राजस्थान भाजपा के विधायकों में मंत्री बनने को लेकर जयपुर से दिल्ली तक लॉबिंग शुरू हो गई है। ऐसा कहा जा रहा है कि 26 दिसंबर को नए मंत्रिमंडल को शपथ दिलाई जा सकती है ! सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा इसकी तैयारी शुरू की जा चुकी है।मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री मोहन यादव मंत्रिमंडल विस्तार के निर्णय के बाद अब राजस्थान का नंबर ही आएगा।
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा,प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी,संगठन महामंत्री चंद्रशेखर मिश्रा,राजेंद्र राठौड़,सतीश पूनिया के साथ ही और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बीचकई बार की मंत्रणा पूरी हो चुकी है। दिल्ली मेंचुनाव प्रभारी और संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी,राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष,ओम प्रकाश माथुर,वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव,जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत औरकानून राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवालके स्तर पर भी बातचीत हुई है। यह भी माना जा रहा है कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भीमंत्रिमंडल को लेकर अपनी राय दे चुके हैं। 25 विधायकों की सूची दी गई है अब केंद्रीय गृहमंत्री,राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सेअंतिम दौर की बातचीत होनी हैऔर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर नए मंत्रियों की सूची फाइनल कर दी जाएगी।
भजनलाल शर्मा के संभावित मंत्रियों के नाम डॉ. करोड़ी लाल मीणा,जोगेश्वर गर्ग,श्री चंद्र कृपलानी,अजय सिंह किलक,अनीता अनीता बदेल,मदन दिलावर,बाबूलाल खराड़ी,जोगाराम पटेल,पुष्पेंद्र सिंह राणावत,प्रताप सिंह सिंघवी जगत सिंह, सिद्धि कुमारी,सुमित गोदारा,झाबर मल खरा,कल्पना सिंह,कवर लाल मीणा,बालक नाथ,संजय शर्मा,हीरालाल नागर,शत्रुघ्न गौतम,दीप्ति किरण माहेश्वरी, शंकर सिंह रावत और फूलचंद मीणा के नाम शामिल हो सकते हैं।
अगर पहली बार जीतने वाले विधायकों को शामिल किया गया तो जेठाराम व्यास,ताराचंद जैन,महेंद्र प्रताप पुरी,मंजू बाघमार,बाल मुकुंदाचार्य, नौक्षमचौधरी और भैराराम सियोल के नाम की चर्चा है। ऐसा माना जा रहा है की पहली बार विधायक बनने वालेलोगों को इस बार शामिल नहीं किया जाए।ऐसा होने पर मंत्रिमंडल के विस्तार में केंद्र को कम परेशानी रहेगी।