पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को खनौरी बॉर्डर पर युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत के कारण किसानों ने दिल्ली कूच करने का योजना फिलहाल 2 दिन के लिए स्थगित कर दी है । किसानों ने खनौरी बॉर्डर पर युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत और तनावपूर्ण हालात के बाद ये फैसला किया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा किपंजाब के नौजवान शुभकरण की मौत बेहद दुखदाई है। क्या इसी दिन के लिए हमने आजादी की लड़ाई लड़ी थी कि एक दिन अपने ही देश में हमारे द्वारा चुनी हुई सरकारें हमारे ही बेटों को अंग्रेजों की तरह शहीद कर देगी ? हम पूरी तरह शुभकरण के साथ हैं और उनके कातिलों को कड़ी सजा दिलवाएंगे।
किसान मजदूर मोर्चा के कोऑर्डिनेटर सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि 2 दिन हम रणनीति बनाएंगे। 23 फरवरी को अगला फैसला लिया जाएगा। पंधेर ने पुलिस फायरिंग का फोटो जारीकर कहा कि युवा किसान “शुभकरण सिंह जो गांव बलोह जिला बठिंडा के रहने वाले हैं पुलिस की गोली लगने से की मौत हो चुकी है।
हरियाणा में भारतीय किसान यूनियन ने गुरुवार को दोपहर 12 से 2 बजे तक रोड जाम करने का ऐलान किया है। इसके अलावा किसान नेता खनौरी बॉर्डर जाकर शुभकरण सिंह की मौत के मामले में वहां डटे किसानों से जानकारी लेंगे।
किसान नेताओं ने बुधवार को दिल्ली कूच का ऐलान किया था। पुलिस ने लगातार आंसू गैस के गोले दागे, जिससे कि किसान हरियाणा में प्रवेश नहीं कर सके। शाम होते-होते शंभू और खनौरी बॉर्डर पर हालात तनावपूर्ण बन गए। शंभू बॉर्डर पर आंसू गैस के धुएं से किसान नेता सरवण सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ गई। डल्लेवाल को रात को ही पटियाला के राजेंद्रा अस्पताल में भर्ती कराया गया।
खनौरी-दातासिंहवाला बॉर्डर पर भी किसानों की तरफ से सफेद झंडा लहराया गया, इसके जवाब में प्रशासन ने भी सफेद झंडा लहरा दिया। फिलहाल दोनों तरफ से शांति बनी हुई है।
इससे पहले दिनभर शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच टकराव चला। पुलिस ने रबर बुलेट और आंसू गैस के गोले छोड़कर किसानों को दिनभर रोका।
खनौरी बॉर्डर पर एक युवा किसान की मौत हो गई। किसान पंजाब के बठिंडा का रहने वाला था। उसके अलावा 12 अन्य किसान भी घायल हैं, इनमें से दो की हालत गंभीर है। वहीं टोहाना बॉर्डर पर तैनात एसआई विजय कुमार की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
जींद के पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार ने बताया किकब तक चलाएंगे किसान आंदोलन के दौरान कुछ लोगों ने धान की पराली में आग लगाकर और मिर्ची डाल दी। इसके बाद पुलिस पर हमला कर दिया। धुआं ज्यादा होने की वजह से काफी किसानों ने तलवार, भालों और गंडासों से पुलिस पर हमला किया। हमले में 12 पुलिस कर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं