Monday, October 14, 2024

राजस्थान पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के आह्वान पर पेट्रोल पंपों पर हड़ताल शुरू, 11 मार्च को सचिवालय का घेराव और प्रदर्शन,लोग परेशान,जोधपुर, कोटा, भीलवाड़ा, अजमेर, जैसलमेर जिले हड़ताल में शामिल नहीं

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राजस्थान पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के आह्वान पर रविवार 10 मार्च को सुबह 6 बजे से प्रदेश के पेट्रोल पंपों पर हड़ताल शुरू हो गई है। जयपुर में इसका व्यापक असर देखने को मिल रहा है।

पेट्रोल-डीजल पर वैट (वैल्यू एडेड टैक्स) की दरों में कमी की मांग को लेकर ये हड़ताल की जा रही है। हड़ताल 12 मार्च सुबह 6 बजे तक जारी रहेगी। कई जिलों के पेट्रोल पंप संचालक हड़ताल में शामिल नहीं हुए। जोधपुर, कोटा, भीलवाड़ा, अजमेर, जैसलमेर में पेट्रोल पंप खुले हैं।

प्रदेशभर में हो रही हड़ताल का असर जोधपुर में नहीं है। जोधपुर पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि राजस्थान में बढ़े हुए वैट को कम करने के लिए लम्बे समय से मांग की जा रही है। लेकिन अभी तक किसी ने सुनवाई नहीं की।

राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी का कहना है कि सोमवार 11 मार्च को दोपहर 12 बजे जयपुर के स्टैच्यू सर्किल से सचिवालय तक डीलर्स की एक मौन रैली भी निकाली जाएगी। इस आशय का पत्र भी पेट्रोलियम एसोसिएशन ने जारी कर दिया है। इस पत्र पर राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी के हस्ताक्षर के साथ जारी हुई है।

उन्होंने बताया कि राजस्थान में पेट्रोल पर 31.04 प्रतिशत वैट है। इसी तरह डीजल पर 19.30 प्रतिशत वैट है। प्रदेश के पड़ोसी राज्यों में डीजल और पेट्रोल सस्ता बिक रहा है।इसका सबसे ज्यादा असर हरियाणा, गुजरात की सीमा से सटे जिलों में हैं। वैट कम होने से ज्यादातर वाहनों दूसरे स्टेट से डीजल और पेट्रोल भरवा रहे हैं। ऐसे में स्थानीय पंप को काफी नुकसान हो रहा है।

प्रदेश में लगभग 5800 पेट्रोल पंप हैं। हड़ताल के दौरान जयपुर, सीकर, पाली, श्रीगंगानगर सहित कई जिलों के 4000 से ज्यादा पंप बंद रहेंगे।बढ़े हुए वैट की वजह से पेट्रोल पंप संचालकों को लगातार घाटा हो रहा है। पिछले 7 साल से डीलर्स के कमीशन में बढ़ोतरी नहीं की गई है। इसकी वजह से राजस्थान में ज्यादातर पेट्रोल पंप बंद होने की कगार पर पहुंच गए हैं।

जयपुर पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष लादू सिंह ने कहा- डीलर्स के कमीशन में बढ़ोतरी की जानी चाहिए।इसके साथ ही तेल कंपनियों की ओर से हम पर हाई स्पीड पेट्रोल और ऑयल खरीदने का दबाव नहीं बनाया जाना चाहिए। जनता सामान्य पेट्रोल खरीदना पसंद करती है। ऐसे में महंगा तेल बेचना मुश्किल हो जाता है।

सीकर में केवल एक दिन की हड़ताल है। बंद पेट्रोल पंपों पर इमरजेंसी सर्विस से जुड़े वाहनों को छोड़कर किसी भी वाहन में डीजल और पेट्रोल नहीं भरा जा रहा। जयपुर सहित इंटर स्टेट बॉर्डर वाले जिलों में हड़ताल का सबसे अधिक असर है। यहां से लोग यूपी, हरियाणा में पेट्रोल-डीजल भरवाने जा रहे हैं। भरतपुर सहित दूसरे इंटर स्टेट बॉर्डर वाले जिलों से लोग यूपी व हरियाणा में तेल लेने के लिए जा रहे हैं।

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