
Ravindra Singh Bhati: निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि हमारे यहां 75 लाख युवा बेरोजगार है, उसके बीच अगर 1 लाख रोजगार दे रहे हैं तो यह बहुत छोटा आंकड़ा है.
Rajasthan: राजस्थान बजट में सरकारी पदों पर भर्तियों की घोषणा के ऐलान के बाद कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस का कहना है कि विभागवार वर्गीकरण की भी घोषणा की जानी चाहिए थी. जबकि निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि हमारे यहां 75 लाख युवा बेरोजगार है, उसके बीच अगर 1 लाख रोजगार (Jobs) दे रहे हैं तो यह बहुत छोटा आंकड़ा है. इसे बढ़ाने के लिए स्किल पर काम करने की जरूरत है, जिसका नई शिक्षा नीति (Education Policy) में उल्लेख किया गया है.
दरअसल, वित्त मंत्री ने पिछले वर्ष अपने बजट में अगले 5 साल में 4 लाख सरकारी नौकरियां देने की घोषणा की थी. इनमें से पहले साल में 1 लाख सरकारी नौकरियां दिए जाने थे. इनमें से 20,000 सरकारी नौकरियां पिछले साल जुलाई में बजट पेश करने से पहले ही दी जा चुकी थीं.
“भाटी ने कहा- अभी भी काफी काम किया जाना बाकी है।”
भाटी ने कहा, “लेकिन मुझे लगता है कि अगर आज जो घोषणाएं हुई हैं, उन्हें धरातल पर लाया जाएगा तो उससे थोड़ा फर्क आएगा. अभी भी बहुत काम किए जाने की जरूरत है. निश्चित रूप से कई घोषणाएं की गई हैं. अब इस बजट के अध्ययन के बाद सदन में जब चर्चा होगी तो सबसे बड़ी पंचायत में बजट को लेकर पूरा मत स्पष्ट किया जाएगा.”
Rajasthan: राजस्थान बजट में सरकारी पदों पर भर्तियों की घोषणा के ऐलान के बाद कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस का कहना है कि विभागवार वर्गीकरण की भी घोषणा की जानी चाहिए थी. जबकि निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि हमारे यहां 75 लाख युवा बेरोजगार है, उसके बीच अगर 1 लाख रोजगार (Jobs) दे रहे हैं तो यह बहुत छोटा आंकड़ा है. इसे बढ़ाने के लिए स्किल पर काम करने की जरूरत है, जिसका नई शिक्षा नीति (Education Policy) में उल्लेख किया गया है.
दरअसल, वित्त मंत्री ने पिछले वर्ष अपने बजट में अगले 5 साल में 4 लाख सरकारी नौकरियां देने की घोषणा की थी. इनमें से पहले साल में 1 लाख सरकारी नौकरियां दिए जाने थे. इनमें से 20,000 सरकारी नौकरियां पिछले साल जुलाई में बजट पेश करने से पहले ही दी जा चुकी थीं.
अभी भी बहुत काम किए जाने की जरूरत- भाटी
भाटी ने कहा, “लेकिन मुझे लगता है कि अगर आज जो घोषणाएं हुई हैं, उन्हें धरातल पर लाया जाएगा तो उससे थोड़ा फर्क आएगा. अभी भी बहुत काम किए जाने की जरूरत है. निश्चित रूप से कई घोषणाएं की गई हैं. अब इस बजट के अध्ययन के बाद सदन में जब चर्चा होगी तो सबसे बड़ी पंचायत में बजट को लेकर पूरा मत स्पष्ट किया जाएगा.”
कांग्रेस का बयान- पूरा रोडमैप देना चाहिए
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने पूछा कि 1 लाख भर्तियां करने का वादा था, लेकिन कितना काम हुआ? निजी क्षेत्र में 10 लाख रोजगार देने का वादा था, उसे घटाकर इस साल में डेढ़ लाख कर दिया. जूली ने कहा कि हमने रोजगार नीति की घोषणा की थी, इसे सिर्फ कॉपी-पेस्ट किया है.
कांग्रेस विधायक मनीष यादव ने कहा कि राजस्थान सरकार ने पहले बजट में भी सरकारी नौकरियों की बातें की थीं. पिछली बार 1 लाख नौकरियों की बात की थी, लेकिन एक भी नौकरी नहीं दी है. जो भी नौकरियां दी गई हैं, वह पूर्व की कांग्रेस सरकार के समय हुई नियुक्तियां हैं और इन्हें वर्तमान सरकार ने सर्टिफिकेट दिए. बजट पर सवाल खड़े करते हुए यादव ने कहा कि आपने अगर घोषणा की है तो आपको वर्गीकरण कर पूरा रोडमैप देना चाहिए था कि किन-किन विभागों में नौकरियां देंगे.
“निजी क्षेत्र में 1.50 लाख नौकरियों का अवसर प्रदान करने का प्रस्ताव रखा गया।”
सरकारी विभागों में भर्तियों के अलावा सरकार ने रोजगार के नए अवसर पर भी फोकस किया है. बजट के मुताबिक, निजी क्षेत्र में भी अगले वर्ष 1 लाख 50 हजार रोज़गार उपलब्ध करवाया जाना प्रस्तावित है. साथ ही दिया कुमारी ने साथ ही ऐलान किया कि रोजगार मेलों के आयोजन किए जाएंगे और भर्तियां करने के लिए कैम्पस इंटरव्यू किए जाएंगे.