राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजे 3 सितंबर को आ चुके हैं और इन नतीजे में बीजेपी को 115 सीटों के साथ बहुमत मिल गया है। इसी के साथ मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी भाजपा ने अपनी सीटों के दम पर जीत हासिल की है। चुनाव नतीजे आने के बाद अब पूरे देश में इस बात की चर्चा है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी पार्टी किस चेहरे को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बनती है और वह कौन सा चेहरा होगा जो इस बार इन तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, हालांकि आज अभी तक तीनों राज्यों के मुख्यमंत्री के नाम पर अंतिम फैसला नहीं किया गया है।
NSC9 न्यूज़ के सूत्रों के मुताबिक बीजेपी तीनों ही राज्यों में मुख्यमंत्री पद के लिए नए चेहरों को चुन सकती है इन सूत्रों ने बताया कि इन नाम का चयन 2024 के लोकसभा चुनाव को मध्य नजर रखते हुए किया जाएगा। 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का रोड मैप अभी से ही तैयार किया जा रहा है। जिसको लेकर जातिगत वोट बैंक को भी साधा जाएगा और पार्टी 2024 में बहुमत के साथ जीत हासिल करने का पूरा मन बना रही है इसको लेकर हर एंगल से शीर्ष नेतृत्व की ओर से चिंतन मनन किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर मंगलवार को देर शाम करीब 4:30 घंटे की बैठे हुई। जिसमें तीनों राज्यों में प्रबल दावेदारों पर विचार किया गया। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल हुए। इस बैठक से पहले राज्य के नेताओं के बारे में फीडबैक इकट्ठा करने के लिए इन राज्यों के भाजपा प्रभारी के साथ अमित शाह और जेपी नड्डा ने अलग-अलग बैठक की।
भाजपा के अंदरखाने से यह भी खबर आ रही है कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व जल्दी ही तीनों राज्यों के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर सकता है। यह पर्यवेक्षक तीनों राज्यों में विधानसभा में अपने नेताओं का चुनाव करने के लिए निर्वाचित विधायकों की बैठकों की निगरानी रखेंगे और अपनी रिपोर्ट शीर्ष नेतृत्व को दिल्ली भेजेंगे।
मध्य प्रदेश में निवर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज चौहान, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर के अलावा राज्य के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय प्रबल दावेदारों में शामिल है
वही राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के लिए कई नाम मुख्यमंत्री की रेस में है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी विधानसभा चुनाव जीती है, लेकिन इस बार उनका नाम उतने दमखम से नहीं चलता दिख रहा है, जितने दम खम से 2013 में मुख्यमंत्री के रूप में चला था। इनके अलावा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और अर्जुन राम मेघवाल के साथ-साथ राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी, दीया कुमारी और महंत बालक नाथ को संभावित नाम के रूप में सीए दावेदारों में देखा जा रहा है। ऐसा भी माना जा रहा है कि हो सकता है कि एक नाम संघ की तरफ से आ जाए और उपचुनाव करवा कर उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया जाए। ये भाईसाब वसुंधरा के धुर विरोधी माने जाने जाते हैं।
छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह दावेदारों में शामिल है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण कुमार साव, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और पूर्व आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी को भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि इस बात की संभावना सबसे ज्यादा है कि तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री वही बनेगा जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की लिस्ट में सबसे करीब होगा ।