राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही जारी है. विधानसभा में पूरक प्रश्नों के जवाब में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने स्वीकार किया कि राजस्थान में रात के वक्त दो से तीन घंटे कटौती हो रही है.
मंत्री नागर ने कहा कि इस वर्ष अत्यधिक गर्मी एवं हीटवेव के कारण हालात बने हुए हैं. बिजली मांग में गत वर्ष की तुलना में 28% तक की अप्रत्याशित बढ़ोतरी दर्ज की गई है. प्रदेश के तापीय विद्युतगृहों को कोयले की उपलब्धता सुनिश्चित करने, प्लांट लोड फैक्टर 74 प्रतिशत तक पहुंचाने, रात में डिमांड पूरा करने का प्रयास जारी है.
राजस्थान सरकार एनर्जी एक्सचेंज से लगातार बिजली खरीदने के अलावा केन्द्रीय बिजलीघरों से 150 मेगावाट अतिरिक्त बिजली ले रही है. इसके बावजूद बढ़ी डिमांड को पूरा करना मुश्किल हो रहा है इसलिए रात को कटौती करनी पड़ रही है. मंत्री ने स्वीकारा कि रात के समय 2 से 3 घंटे की लोड शैडिंग करनी पड़ रही है.
हालांकि, इसके लिए उन्होंने पूर्ववर्ती सरकार के समय की बैंकिंग व्यवस्था को भी जिम्मेदार बताया. उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि 24 मई, 2024 को 86 लाख यूनिट बिजली काटी गई’ जबकि बैंकिंग के तहत 147 लाख यूनिट बिजली दूसरे राज्यों को लौटानी पड़ी.
ऊर्जा मंत्री का दावा कि प्रदेश में गर्मी के सीजन में एक दिन ऐसा नहीं रहा जिसमें बिजली कटौती अधिक की गई हो और दूसरे राज्यों को लौटाई कम गई हो. मंत्री नागर ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के समय प्रदेश के थर्मल पावर प्लांटों का डेटा रखा वर्ष 2019 में अप्रेल माह में मात्र 49.82 प्रतिशत लोड फैक्टर रहा
मई माह में 58.89 प्रतिशत तथा जून माह में 67.62 प्रतिशत ही लोड फैक्टर था. जबकि 2024 में अप्रेल माह में 72.76 प्रतिशत, मई में 71.98 प्रतिशत, जून माह में 73.64 प्रतिशत तक पावर प्लांट्स का लोड फैक्टर दर्ज किया गया. उन्होंने बामनवास सहायक अभियंता के फोन नहीं उठाने पर आश्वासन दिया. प्रकरण की जांच कराकर दोषी पाए जाने की स्थिति में कठोर कार्रवाई होगी.