राजस्थान तकनीकी कर्मचारी ऐसोशिएशन के प्रतिनिधियों के साथ रविवार को विद्युत भवन में प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा भास्कर ए.सावंत व जयपुर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक आर एन कुमावत से वार्ता हुई l वार्ता सकारात्मक माहौल में हुई और उनकी मांगों पर विस्तार से चर्चा हुई l चर्चा के उपरांत तकनीकी कर्मचारी के प्रतिनिधियों ने महापडाव समाप्त कर कार्य पर लौटने की सहमति प्रदान कर दी है । वार्ता के दौरान बताया गया कि जीपीएफ लिंक्ड पेंशन स्कीम विद्युत कंपनियों के माध्यम से ही संचालित किए जाने के आदेश जारी किए जा चुके हैं । इसके साथ ही स्पष्टीकरण भी जारी किया जा चुका है कि कार्यरत कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम का लाभ लेने हेतु EPS की कोई भी राशि जमा नहीं करनी होगी l राजस्थान सरकार की तरह आरजीएचएस का लाभ दिए जाने एवं जयपुर विद्युत वितरण निगम की तरह अन्य निगमो में भी आईटीआई/ टेक्नीशियन को 3,12,21,30 वर्ष की सेवा पूर्ण होने पर दे समयबद्ध पदोन्नति का लाभ दिए जाने के प्रकरण पूर्व में ही राजस्थान सरकार को प्रेषित किए जा चुके हैं इन प्रकरणों पर शीघ्र निर्णय हेतु संबंधित विभाग को पुनः पत्र प्रेषित किए जाएंगे l हेल्पर द्वितीय की पदोन्नति, फीडर इंचार्ज को इंसेंटिव एवं यूनियन के कार्यालय हेतु स्थान आवंटित करने संबंधित मांगों पर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी तथा महापड़ाव की अवधि का नियमन कार्मिकों को नियमानुसार छुट्टी स्वीकृत कर किया जाएगा । ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा से बात कर महापडाव में शामिल तकनीकी कर्मचारी पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं करने के लिए कहा है उन्होंने बताया कि तकनीकी कर्मचारियों द्वारा पूर्व की तरह अपने काम पर लौट कर उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं प्रदान करेंगे और भविष्य में इस तरह की स्थिति उत्पन्न नहीं हो इसके लिए उनके द्वारा प्रयास किया जाए l आपके द्वारा दिए गए आश्वासन के अनुसार आपके संगठन द्वारा किए जा रहे महापडाव को तुरंत प्रभाव से समाप्त कर सभी 28 अगस्त तक अपने अपने कार्यस्थल पर उपस्थित हो । विद्युत प्रशासन द्वारा दिए गए आश्वासन पर संगठन के प्रतिनिधियों द्वारा सहमति प्रदान कर दी है और और उन्होंने अपना महापड़ाव समाप्त करने की भी सहमति प्रदान कर दी है l