जयपुर, 10 सितंबर। भाजपा की राष्ट्रीय सचिव अल्का गुर्जर ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय नेता प्रियंका गांधी पर प्रदेश में राजनैतिक पर्यटन करने और महिला उत्पीड़न के मामलों पर चुप्पी साधे रखने को लेकर आरोप लगाए हैं।
भाजपा की राष्ट्रीय सचिव डॉं. अल्का सिंह गुर्जर ने कहा कि प्रियंका गांधी राजनैतिक पर्यटन पर बार बार राजस्थान आती हैं, लेकिन महिला उत्पीडन और दुष्कर्म पीड़िताओं से मिलने का उनके पास समय नहीं हैं। जहां आज उनकी सभा थी वहां कल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी यात्रा की तैयारियों को देखने गए थे। आज सुबह प्रियंका गांधी के कार्यक्रम स्थल से महज तीन किलोमीटर दूर तुर्किया पंचायत के यशोदानपुरी गांव में एक महिला का अज्ञात शव मिला है। इसके बावजूद संवेदनहीनता देखिए कि टोंक सहित आसपास के सभी जिलों का इतना भारी पुलिस जाप्ता होने के बावजूद दो पुलिसकर्मियों को घटनास्थल पर भेजा गया। हमें आशंका है कि दुष्कर्म के बाद हत्या की गई हो, लेकिन इस बारे में अधिक जानकारी पोेस्टमार्टम के बाद पता लगेगी, लेकिन जब प्रियंका गांधी चॉपर में बैठकर दिल्ली से निवाई तक आ सकती हैं तो क्या महज तीन-चार किलोमीटर दूर उस पीडित परिवार के पास नहीं जा सकती थी। जो प्रियंका गांधी उत्तरप्रदेश में चींख-चींखकर कहती हैं कि लडकी हूं लड़ सकती हूं तो पीडित परिवार के पास क्यों नहीं गई। क्या उनका यह नारा केवल उत्तरप्रदेश की लडकियों के लिए था, राजस्थान की लडकियों के लिए नहीं था। खुद यदि नहीं जा सकती थी तो मुख्यमंत्री गहलोत से स्थिति का पता करवाती। लेकिन उन्हे राजनैतिक पर्यटन से फुर्सत नहीं है।
भाजपा की राष्ट्रीय सचिव डॉं. अल्का सिंह गुर्जर ने कहा कि भीलवाडा में एक महिला शाम को खाना खाकर टहलने के लिए घर से बाहर निकलती है, और उसका अपहरण हो जाता है। उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म होता है और निर्वस्त्र करके सड़क पर पटक जाते हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने कार की शीट फाडकर पीड़िता का तन ढकने का काम किया। लेकिन दुर्भाग्य देखिए प्रियंका के राजनैतिक पर्यटन के चलते पुलिस बयान बदलने लगती है, और जब इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जाता है तब पुलिस मानती है कि सामूहिक दुष्कर्म हुआ है। प्रदेश की पुलिस भी कांग्रेस कार्यकर्ता की तरह काम कर रही है। बीते दिनों अलवर में एक मूक-बधिर नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना हुई थी, उस समय भी प्रियंका गांधी पिकनिक मनाने रणथंबौर आई हुई थी तब भी नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना को सरकार ने दबाने का कुत्सित प्रयास किया और घटना को सडक दुर्घटना का नाम दे दिया। जब पीड़िता की सर्जरी होती हुई तो डॉक्टर भी विचलित हो गए थे। इस घटना के समय भाजपा ने मेरी अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई थी हम मौके पर थे। इलाज करने वाले डॉक्टरों ने कहा कि वाकई यह वीभत्स घटना है, उस दौरान हम सबकी आंखो में आंसू आ गए। इस वीभत्स घटना के समय प्रदेश में होने के बावजूद प्रियंका गांधी ने पीडिता के घर जाना उचित नहीं समझा, और उस नाबालिग को सरकार की ओर से दी जाने वाली सहायता राशि तक नहीं दी गई।
भाजपा की राष्ट्रीय सचिव डॉं. अल्का सिंह गुर्जर ने कहा कि आज प्रियंका गांधी ने महिलाओं को मुफ्त मोबाइल भी बांटे हैं। इस संबंध में पाली की रायपुर पंचायत समिति में सरकार द्वारा बालिकाओं को बांटे गए मुफ्त मोबाइल फोन का डेटा सरकार द्वारा लीक किया जा रहा है, जिसमें, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड नंबर शामिल है। सरकार पहले ही महिलाओं को सुरक्षा नहीं दे पा रही, ऊपर से डेटा लीक का मामला सामने आना। केंद्र सरकार ने संसद में एक बिल पास किया है, डिजीटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल इस बिल में कहा गया है कि यदि किसी कंपनी द्वारा इस प्रकार किसी का डेटा लीक किया जाता है तो 250 करोड तक का जुर्माना होगा। आज प्रदेश दुष्कर्म में नंबर वन, भ्रष्टाचार मे नंबर वन है तो फिर प्रियंका गांधी अपनी पार्टी के मुख्यमंत्री की पीठ किसलिए थपथपा कर गई हैं।