लोकसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण के साथ राजस्थान में चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं। इस मतदान में राजस्थान के वोटरों की परफॉरमेंस पड़ौसी राज्यों और अन्य बड़े राज्यों की तुलना में बेहतर रही है। केंद्रीय चुनाव आयोग ने दूसरे राज्यों की तुलना में राजस्थान के आकड़ों, परफॉरमेंस को सुधार की दिशा में बेहतर माना है। साथ ही अन्य राज्यों को भी राजस्थान की वर्किंग से सीख लेने को कहा गया हैं।
राजस्थान में पहले चरण की गिरावट के बाद परफॉरमेंस में सुधार देखने को मिला था और दूसरे चरण में 65.52 प्रतिशत मतदान हुआ था। दूसरे चरण की 13 लोकसभाओं में 3 लोकसभाओं में 2019 से अधिक मतदान हुआ था। ग़ोरतलब है कि प्रदेश में 2019 की तुलना में 25 लोकसभा सीटों पर करीब साढ़े चार प्रतिशत मतदान कम हुआ है।
राजस्थान से वोट प्रतिशत की गिरावट की तुलना में एमपी, यूपी, बिहार, महाराष्ट्र तो तीन गुना रही :देश में दूसरे चरण की 88 सीटों पर 5.8 प्रतिशत मतदान 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में घटना रिकार्ड किया गया है। राजस्थान में 13 सीटों पर दूसरे चरण में वोट पड़े थे और 2.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई । वहीं दूसरे राज्यों की तुलना में ये आंकड़ा दो से तीन गुना तक अधिक रहा है।