जयपुर, 11 जनवरी। गुजरात के गांधी नगर में आयोजित हो रहे वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट-2024 के दूसरे दिन भी गुरूवार को उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ एवं ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हीरालाल नागर ने विभिन्न सेक्टर की प्रमुख कम्पनियों के चेयरमैन, प्रबंधकों एवं सीईओ से प्रदेश में निवेश की सम्भावनाओं पर चर्चा की।
राजस्थान में निवेश के नए आयाम स्थापित करने के लिए उद्योग मंत्री एवं ऊर्जा मंत्री ने इन कम्पनियों के प्रतिनिधियों के साथ विस्तृत एवं सार्थक चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकास एवं रोजगार को बढ़ावा देने के लिए जरूरी है कि अधिक से अधिक निवेशकों को प्रोत्साहित किया जाए। राज्य सरकार इन्वेस्टर फ्रेंडली नीतियों और उनके प्रभावी क्रियान्वयन के माध्यम से प्रदेश में उद्यमियों को निवेश के अनुकूल वातावरण तथा आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए तत्पर है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के सामने गुजरात का अनुकरणीय उदाहरण है कि कैसे पीएम नरेन्द्र मोदी की बहुआयामी विजनरी लीडरशिप ने एक प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया और दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ लिए गये उनके मजबूत फैसलों ने इसे देश के कुल निर्यात की एक-तिहाई भागीदारी वाला राज्य बना दिया।
दोनों मंत्रियों ने माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक एवं सेमीकंडक्टर, ऑयल रिफाइनरी, पेट्रोलियम, विनिर्माण एवं बिक्री सेक्टर, वेस्ट मैनेजमेंट, इंफ्रास्ट्रक्चर, रियलटी, प्लांट बेस्ड स्पेशिलिटी प्रॉड्क्ट से सम्बद्ध आदि बड़ी कंपनियों के साथ बातचीत कर उनकी निवेश योजनाओं को जाना। उन्होंने कहा कि इन मुलाकातों का एक ही मकसद है कि राजस्थान को ग्लोबल कंपनियों के सर्वाधिक पसंदीदा निवेश स्थल के रूप में विकसित किया जाए। जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल सके।
उद्योग मंत्री और ऊर्जा राज्य मंत्री ने इस दौरान सेमी कंपनी के सीईओ अजीत मनौचा, निरमा ग्रुप के प्रबंध निदेशक हिरन भाई पटेल, लूथरा ग्रुप के चेयरमैन गिरीश लूथरा, नायरा एनर्जी लिमिटेड के चेयरमैन दीपक अरोड़ा, सैनस्टार कंपनी के प्रबंध निदेशक गौतम चौधरी को प्रदेश में निवेश कर विकास की अहम यात्रा का हिस्सा बनने का निमंत्रण दिया। इस दौरान वन एवं पर्यावरण विभाग के अति. मुख्य सचिव शिखर अग्रवाल एवं रीको के प्रबंध निदेशक सुधीर कुमार शर्मा भी मौजूद रहे।
ऊर्जा प्रदर्शनी का किया अवलोकन-
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ एवं ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर ने सोलर ऊर्जा और हाइड्रो पावर की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और उसके बारे में जानकारी ली । प्रदर्शनी में दर्शाया गया कि जल को निर्धारित ऊंचाई पर लिफ्ट करके प्रेशर के माध्यम से 10 से 12 हजार मेगावाट बिजली उत्पादन किया जा सकता है, जिसकी राजस्थान में पर्याप्त संभावनाएं है। इससे राजस्थान में बिजली संकट से निजात मिल सकती हैं और कोयले से उत्पन्न बिजली पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा राजस्थान ख़ुद की बिजली उत्पन्न कर बिजली संकट से राहत के सकता हैं।