Home राजनीति विधानसभा अध्यक्ष की तुलना धृतराष्ट्र से करने के बयान पर प्रतिपक्ष नेता टीकाराम जूली ने मांगी माफी, कहां जरूरत पड़ी तो है अविश्वास प्रस्ताव भी लाएंगे, हंगामा, सदन की कार्रवाई 1 घंटे तक स्थगित

विधानसभा अध्यक्ष की तुलना धृतराष्ट्र से करने के बयान पर प्रतिपक्ष नेता टीकाराम जूली ने मांगी माफी, कहां जरूरत पड़ी तो है अविश्वास प्रस्ताव भी लाएंगे, हंगामा, सदन की कार्रवाई 1 घंटे तक स्थगित

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विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की तुलना धृतराष्ट्र से करने के बयान को लेकर प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने शुक्रवार को माफी मांगी। साथ प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने विधानसभा अध्यक्ष देवनानी को स्पष्ट रूप से कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो प्रतिपक्ष आपके प्रति अविश्वास प्रस्ताव भी लाएंगा। उन्होंने सीधे तौर पर आरोप लगाते हुए कहा किआप सत्ता पक्ष का अधिक ध्यान रखते हैं। उन्होंने कहा कि हम इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में तो जा नहीं सकते आप ही से आग्रह कर सकते हैं।

प्रतिपक्ष नेता टीकाराम जूली केइस व्यवहार को लेकर सदन में हंगामा हो गया और विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने विधानसभा की कार्रवाई 1 घंटे के लिए स्थगित कर दी।

विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि आसन की व्यवस्था पर कोई प्रश्न नहीं कर सकता है। उन्होंने प्रतिपक्ष के नेता द्वारा धृतराष्ट्र जैसे शब्दों के प्रयोग की निंदा की।उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा ही सदन की गरिमा रखते हुए प्रतिपक्ष का हमेशा अधिक ख्याल रखा है।उन्होंने कहा कि मुझ पर या आरोप लगाना गलत है कि मैं प्रतिपक्ष का ध्यान नहीं रखता। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा ही प्रतिपक्ष के नेता कोसाथ रखकर निर्णय किए हैं और मैं उन्हें सदन में बोलने से कभी नहीं रोकता। लेकिन उन्होंने कहा कि प्रतिपक्ष के नेता को भी आसन का कहना मानना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि उन्हें पद का कोई मोह नहीं है अगर वह छोड़ना पड़ेगा तो भी छोड़ देंगे।उन्होंने कहा कि अगर प्रतिपक्ष विश्वास पता बुलाता है तो मुझे कोई परवाह नहीं। 

संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल नेकहा कि हम प्रतिपक्ष के नेता का आदर करते हैं। उन्होंने कहा कि आसन पर किसी प्रकार का कोई आप नहीं लगाया जा सकता उनके व्यवस्थाओं को लेकरकोई भी सवाल नहीं किया जा सकता है।उन्होंने कहा किविधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी तो विपक्ष का अधिक ध्यान देते हैं यही कारण है कि सत्ता पक्ष के सदस्य उनसे नाराज रहता है। उन्होंने कहा कि सदन की गरिमा को बनाए रखने के लिए विपक्ष को अपने व्यवहार में सुधार लाना पड़ेगा।

सरकारी मुख्य सचेतक योगेश्वर गर्ग ने कहा कि हम प्रतिपक्ष के नेता का आदर और सम्मान करते हैं । उन्होंने भी प्रतिपक्ष नेता से आग्रह करते करते हुए कहा किआसन का हमें आदर करना पड़ेगा उनके प्रति किसी प्रकार का गलत व्यवहारनहीं किया जाना चाहिए । 

निर्दलीय विधायक यूनुस खान ने कहा किसत्ता और विपक्ष का तो ध्यान सभी रखते हैं लेकिन हम छोटे दल और निर्दलीय विधायकों का ध्यान कौन रखेगा। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह करते हुए कहा किहम आपके प्रति पूरा आदर रखते हैं लेकिन आप भी हमें पूरा ध्यान रखकर हमारा संरक्षण कीजिए।

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