राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए)के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत ने आरसीए के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने इस्तीफा देते हुए कहा है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद आरसीए के खिलाफ विभिन्न प्रकार की कार्रवाई की गई जिसकाकोई अचित नहीं था। उन्होंने कहा कि आरसीएके कार्यालय पर तालेबंदी कर दी गई और परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं अध्यक्ष रहते हुए जो काम किया वह सबके सामनेदो बार मुझे अध्यक्ष बनने का मौका मिला।
वैभव गहलोत ने बताया कि अभी-अभी मुझे जानकारी मिली है कि मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया गया है। इस संबंध में मुझे इतना कहना है कि आरसीए के किसी भी पदाधिकारी या सदस्य ने मुझसे चर्चा नहीं की। ना ही किसी मुद्दे पर असहमति व्यक्त की अन्यथा मैं तो पहले ही अपना इस्तीफा दे चुका होता। मेरे लिए पद नहीं राज्य की क्रिकेट और खिलाड़ियों का भविष्य महत्वपूर्ण है। इस पर कभी आंच नहीं आने दूंगा। मैं भविष्य में राजस्थान की क्रिकेट, क्रिकेटरों, क्रिकेट प्रेमियों के हितों के लिए सदैव उपलब्ध रहूंगा।मेरा प्रयास रहा कि राजस्थान में क्रिकेट केवल जयपुर शहर तक ही सीमित ना रहे। इसलिए राजस्थान सरकार के साथ सामंजस्य कर जोधपुर में बरकतुल्लाह खान स्टेडियम के रिनोवेशन का काम करवाया। वहां RPL मैच कराए। उदयपुर में अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए क्रिकेट स्टेडियम बनाने का काम शुरू किया गया। अन्य शहरों में भी क्रिकेट स्टेडियम बनाने की संभावना तलाशना शुरू किया गया।
वैभव गहलोत ने बताया कि आरसीए के पास अपना कोई स्टेडियम नहीं था। आरसीए राजस्थान सरकार के साथ करार कर सवाई मान सिंह स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच कराए जाते थे। आरसीए के पास अपना स्टेडियम हो, इसके लिए जयपुर-दिल्ली रोड पर वेदांता समूह के साथ मिलकर एक नए स्टेडियम का निर्माण शुरू किया। यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम होगा।
वैभव गहलोत ने बताया कि मेरे प्रयासों से वेदांता ने 300 करोड़ रुपए इस स्टेडियम के लिए दिए। इसमें से 60 करोड़ रुपए निर्माण कार्य में लग चुके हैं। इससे जयपुर के आसपास एक नई क्रिकेट इकोनाॅमी भी बनेगी और खेल के साथ रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।
वैभव गहलोत ने बताया कि मैंने अपने पूरे कार्यकाल में क्रिकेट की बेहतरी और आरसीए का नाम ऊंचा करने का प्रयास किया। इसी कारण मुझे दूसरी बार आरसीए का निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित किया गया। हालांकि राजस्थान में सरकार बदलने के बाद से आरसीए के साथ एक द्वेष भावना से कार्रवाई शुरू की गई थी। एक गैरवाजिब तरीके से जल्दबाजी में खेल परिषद ने 23 फरवरी को आरसीए के दफ्तर में तालाबंदी तक कर दी थी।
उल्लेखनीय है कि वैभव के गलत के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा था इसी को देखते हुए उन्होंने पहले ही इस्तीफा दे दिया।