भजनलाल सरकार एक के बाद एक भाजपा से कांग्रेस में गये नेताओं पर कार्रवाई करती जा रही है ..कुछ दिनों पहले कांग्रेस नेता अमीन पठान के फार्म हाउस पर वन विभाग द्वारा कारवाई की गई वहीं उसके बाद कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल के खिलाफ रानपुर में अवैध खनन पत्थर और संग्रहण करने सहित अन्य धाराओं का मामला दर्ज किया गया …वहीं इस कार्रवाई को लेकर गुंजल ने भाजपा सरकार पर बदले की भावना की कार्रवाही का आरोप भी लगाया था …गुंजल ने कहा कि यह सब भाजपा बौकलाहट में कर रही है और ओम बिरला के इशारे पर प्रशासन काम कर रहा है.। गुंजल ने कहा कि उनके पास क्रेशर के प्रॉपर कागजात है और सारे काम अनुमति से संचालित किया जा रहे थे । लेकिन उन्हे परेशान करने के लिए यह कार्रवाही की गई है । वहीं इन मामलों को लेकर अब कांग्रेस भाजपा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी । कांग्रेस कार्यकर्ता 4 जून के बाद सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
इन मामलों को लेकर कांग्रेस महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष राखी गौतम ने कहा कि राजनैतिक द्वेषता में ये कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी में रहने पर प्रहलाद गुंजल और अमीन पठान से आपत्ति नहीं थी. लेकिन जैसे ही उन्होने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा भाजपा को दिक्कत हो गयी । राखी गौतम ने कहा कि बीजेपी की कोटा से जमीन खिसक रही है. चुनाव में भी कार्यकर्ताओं को डराया धमकाया गया. यहां तक कि कार्यकर्ताओं के घर तक पुलिस पहुंच गयी. लेकिन अब 4 जून का इंतजार है.। उसके बाद कंग्रेस भाजपा सरकार के खिलाफ सडको पर उतरेंगी । वहीं कांग्रेस के देहात जिला अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कार्रवाई को निंदनीय बताया. उन्होंने कहा कि भेदभावपूर्ण तरीके से प्रशासन ने क्रेशर सीज करने की कार्रवाई की. क्रेशर को शुरू करने से पहले एनओसी लेनी होती है. उन्होंने कहा कि 2032 तक क्रेशर संचालित करने के दस्तावेज पास हैं. दस्तावेज होने के बावजूद कार्रवाई की जा रही है. इसके साथ ही भानु प्रताप सिंह ने कहा कि बीजेपी में रहते अमीन पठान पर कार्रवाई नहीं हुई. लेकिन कांग्रेस में आने के बाद मकानों को जबरन अल सुबह तोड़ा गया. इसके अलावा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अनूप ठाकुर ने बीजेपी की दोहरी नीति पर सवाल उठाये. उन्होंने कहा कि भाजपा में जानेवालों पर कार्रवाई नहीं हो रही है. लेकिन ईडी, सीबीआई का दबाव डालकर विरोधियों को बीजेपी में शामिल किया गया. अनूप ठाकुर ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय का नाम परिवर्तन निदेशालय कर दिया जाना चाहिए. वहीं प्रदेश सचिव मंजूर तंवर ने कहा कि आचार संहिता के कारण धरना प्रदर्शन नहीं हो रहा है. मतगणना के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता ईंट का जवाब पत्थर से देंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता झुकने और डरने वाले नहीं हैं. तंवर ने आरोप लगाया कि मतगणना में गड़बड़ी की साजिश रची जा रही है