विधानसभा में कांग्रेस के सदस्य श्रवण कुमार द्वारा बुधवार को पशुपालन विभाग की अनुदान मांगों के दौरान साधु संतों और बाबाओ को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर गुरुवार को हंगामा हो गया।
सत्ता पक्ष की ओर से सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने यह मामला उठाया और संबंधित विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। विधानसभाअध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने मामले को शांत करने के लिए सदन की कार्रवाई से विधायक के बोले हुए शब्दों को हटा दिया गया। चेतावनी दी गई कि भविष्य में इस प्रकार की भाषा का उपयोग सदन में नहीं होगा। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की व्यवस्था के बावजूद सत्ता पक्ष के सदस्य कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार के खिलाफ करवाई करने पर अड गए। ऐसे में विधानसभा की कार्रवाई स्थगित कर दी गई। 15 मिनट बाद विधानसभा की कार्रवाई फिर से शुरू हुई और विधानसभा अध्यक्ष की व्यवस्था को चुनौती देने की बात से सत्ता पक्ष पीछे हट गया। पक्ष विपक्ष दोनों पक्षों ने स्वीकार किया अब भविष्य में सदन में कोई भी विधायक ऐसी टिप्पणी नहीं करेगा। इसके बाद सदन में चल रहा गतिरोध समाप्त हो गया।
सत्ता पक्ष के विधायक चांदनाथ चाहते थे कि कांग्रेस के विधायक श्रवण कुमार के खिलाफ कार्रवाई की जाए। लेकिन विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सत्ता पक्ष के विधायक को बोलने की अनुमति नहीं दी और विधानसभा में चला आ रहा गतिरोध समाप्त हो गया। कांग्रेस के विधायक राजेंद्र पारीक ने इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई उन्होंने कहा किविधानसभा में कई बार ऐसे मौके आए हैं और विधानसभा अध्यक्ष गलत टिप्पणी को निकाल देते हैं। यह विधानसभा की परंपरा रही है ऐसे मामलों को लेकर सदन में उत्तेजना और हंगामा करना गलत है। उन्होंने कहा कि भविष्य में विपक्ष की ओर से ऐसी कोई टिप्पणी नहीं की जाएगीऔर हम सदन की मर्यादा को कायम रखेंगे।
संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने भी कहा कि विधानसभा अध्यक्ष की व्यवस्था को पूरा सदन मानता है। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष की चेतावनीऔर टिप्पणी को निकले जाने के बाद यह मामला समाप्त हो जाता है।उन्होंने भी कहा कि सत्ता पक्ष की ओर से सदन में भविष्य में इस प्रकार की टिप्पणी नहीं की जाएगी ।
विधानसभा में इस मुद्दे को लेकर सत्ता पक्ष के विधायक चांदनाथ ने कहा कि सनातन धर्म की मर्यादाओं के खिलाफ विपक्ष के सदस्य ने टिप्पणी की है। इस मामले को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। यही नहीं संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने ऐसे विधायक से सदन में माफी मंगवाने की मांग रखी। माफी नहीं मांगे तो उसे निलंबित किया जाए। इस मामले को लेकर सदन मेंअत्यधिक हंगामा हो गयाऔर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी को सदन की कार्रवाई स्थगित करनी पड़ी।
विधानसभा में कांग्रेस केविधायक राजेंद्र पारीक ने कहा कि उनके विधायक श्रवण कुमार ने किसी भी व्यक्ति विशेष को लेकर टिप्पणी नहीं की है अगर कोई टिप्पणी एवं मर्यादित है तो विधानसभा अध्यक्ष को उसे विलोपित करने का अधिकार है। लेकिन इसके लिए विधायक के खिलाफ कार्रवाई करना उचित नहीं है। सदन में मौजूद विधायक श्रवण कुमार ने कहा कि मैं किसी भी व्यक्ति विशेष के खिलाफ टिप्पणी नहीं की है। विधानसभा में इस मामले को लेकर दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली।