प्रदेश के अस्पतालों में सुदृढ़ चिकित्सा प्रबंधन के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह के निर्देशों पर लगातार आकस्मिक निरीक्षण किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध जयपुर शहर के मुख्य राजकीय अस्पतालों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती शुभ्रा सिंह ने शनिवार सुबह सांगानेरी गेट स्थित महिला चिकित्सालय का सघन निरीक्षण किया। इसी प्रकार चिकित्सा शिक्षा आयुक्त श्री शिवप्रसाद नकाते ने जेके लोन अस्पताल और चिकित्सा शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव इकबाल खान ने जयपुरिया अस्पताल में निरीक्षण किया।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने प्रातः 9.30 बजे महिला चिकित्सालय पहुंचकर बायोमैट्रिक उपस्थिति, जनरल वार्ड, आईसीयू, नवजात गहन चिकित्सा इकाई, ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर, निःशुल्क दवा काउंटर, आपातकालीन इकाई, प्रसव कक्ष, स्वागत एवं पूछताछ कक्ष, एसटीपी प्लांट, पार्किंग जोन, प्रयोगशाला, रसोई घर एवं शौचालयों सहित अस्पताल परिसर में स्थित सभी सुविधाओं का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने इस दौरान मरीजों एवं उनके परिजनों से भी अस्पताल की व्यवस्थाओं के बारे में बातचीत की। परिजनों ने बताया कि अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्थाएं पहले से बेहतर हुई हैं। ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर बढ़ाएं, ड्रेनेज व्यवस्था सुधारें, नए वाटर कूलर लगाएं
श्रीमती सिंह ने ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर पर लंबी लाइन देखकर काउंटर की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य इकाई के शौचालयों में लीकेज की समस्या का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि इसके निर्माण में रही खामियों की समीक्षा की जाएगी। इसके लिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित किए जाने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने अस्पताल परिसर में ड्रेनेज एवं सीवरेज व्यवस्था सुधारने और नए वाटर कूलर लगाए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में साफ-सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाया जाए। शौचालय के निरीक्षण के दौरान उन्होंने साफ-सफाई के लिए प्रदेश के अस्पतालों में शुरू की जा रही क्यू आर कोड की व्यवस्था शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए। साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाने के भी निर्देश दिए।
निर्माण कार्य समय पर पूरे करें, जरूरी काम आरएमआरएस से शीघ्र करवाएं
श्रीमती सिंह ने रोगियों को भोजन उपलब्ध करवाने के लिए संचालित रसोई घर का अवलोकन कर वहां साफ-सफाई एवं अन्य व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने अस्पताल में चल रहे निर्माण कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए और कहा कि अस्पताल में मरीजों एवं परिजनों की सुविधा के दृष्टिगत जरूरी कार्य राजस्थान मेडिकल रिलीफ सोसायटी के माध्यम से शीघ्र करवाए जाएं। साथ ही, जिन कार्यों के लिए अधिक बजट की आवश्यकता हो उनके प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भिजवाएं। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं की आमजन को जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए आईईसी सामग्री प्रदर्शित करने के भी निर्देश दिए।
निरीक्षणों से बेहतर हो रहा अस्पतालों में चिकित्सा प्रबंधन
निरीक्षण के दौरान मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत में श्रीमती सिंह ने कहा कि प्रदेश के अस्पतालों में आमजन को सुगमता से गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इसी को ध्यान में रखकर विगत तीन सप्ताह में अभियान चलाकर करीब 2500 आकस्मिक निरीक्षण किए गए हैं। निरीक्षण के दौरान पाई गई खामियों को तत्काल दुरूस्त करने तथा लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों पर उचित कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इन निरीक्षणों से अस्पतालों में चिकित्सा प्रबंधन बेहतर हुआ है। उन्होंने कहा कि मरीजों एवं उनके परिजनों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने में किसी तरह की कमी नहीं रखी जाएगी। इस दौरान सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजीव बगरहट्टा, महिला चिकित्सालय की अधीक्षक श्रीमती आशा वर्मा सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
दवाएं खुले में नहीं रखें, जांच मशीनों का कराएं नियमित मेंटीनेंस
चिकित्सा शिक्षा आयुक्त शिव प्रसाद नकाते ने जेके लोन अस्पताल में ड्रग स्टोर एवं निःशुल्क दवा काउंटर का निरीक्षण करते हुए निर्देश दिए कि दवाइयों को खुले में नहीं रखें तथा दवाओं की समुचित उपलब्धता रहे। उन्होंने बायोमैट्रिक उपस्थिति की व्यवस्था को जांचा। शौचालयों में साफ-सफाई व्यवस्था और बेहतर करने पर जोर देते हुए कहा कि साफ-सफाई के लिए क्यू आर कोड व्यवस्था तत्काल शुरू की जाए, ताकि कहीं भी गंदगी होने पर तुरंत सफाई हो सके। जांच मशीनों का नियमिति मेंटीनेंस कराया जाए। उन्होंने आरएमआरएस फण्ड की जानकारी लेकर उसके समुचित उपयोग के संबंध में निर्देश दिए। साथ ही, श्रीअन्नपूर्णा रसोई से उपलब्ध करवाए जाने वाले भोजन की व्यवस्था तथा गुणवत्ता के बारे में भी जानकारी ली। ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर, विभिन्न वार्डों, प्रयोगशाला एवं अन्य सुविधाओं का भी गहन निरीक्षण किया। अस्पताल की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन मानवीय एवं संवेदनशील एप्रोच के साथ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाएं। सभी कार्मिक समय पर अस्पताल आएं। मरीजों एवं परिजनों की शिकायतों का त्वरित समाधान किया जाए।
चिकित्सा शिक्षा विभाग के संयुक्त शासन सचिव इकबाल खान ने राजकीय रूक्मिणी देवी बेनी प्रसाद जयपुरिया अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने चिकित्सकों एवं कार्मिकों की उपस्थिति जांची और अवकाश पर गए कार्मिकों की जानकारी ली। उन्होंने ओपीडी, प्रयोगशाला, आपातकालीन इकाई, गायनी एवं अन्य वार्ड, दवा काउंटर, सैम्पल कलेक्शन एवं बिलिंग काउंटर सहित अन्य इकाइयों का निरीक्षण किया। उन्होंने शौचालयों का निरीक्षण करते हुए अस्पताल में साफ-सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने के निर्देश दिए। साथ ही, अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं की सुगमता से जानकारी के लिए सनबोर्ड, पोस्टर, साइनेज आदि समुचित रूप से लगाए जाने के निर्देश दिए।