आज के डिजिटल युग में जहा बच्चे ऑनलाइन गेम्स, कंप्यूटर और मोबाइल फोन के जमाने में बच्चो का घर से बाहर ना के बराबर हो गया हैं। नई पीढ़ी के बच्चे घर से बाहर खेलना भूल ही गए हैं। पहले बच्चे घर में रुकना पसंद नहीं करते थे, वहीं आज वे घर से बाहर निकलना नहीं चाहते। एक हालिया स्टडी की मानें तो बच्चों के लिए शारीरिक गतिविधियों में शामिल होना बेहद जरूरी होता है। अगर वे ऐसा नहीं करते, तो उनका शारीरिक और मानसिक विकास प्रभावित होता है।
स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया की और से 68 वा नेशनल स्कूल गेम्स का आयोजन किया गया। ये आयोजन महाराष्ट्र के संभाजी नगर में आयोजित किया गया जिसमे जयपुर के रुक्मणी बिड़ला मॉडर्न हाई स्कूल की 12वीं कक्षा में अध्यनरत सुधांशु गांधी ने सी.बी.एस.ई. वेलफेयर स्पोर्ट्स आर्गेनाइजेशन की तरफ से भाग लेते सॉफ्टबॉल बॉयज़ अंडर – 19 में रजत पदक जीता। इसके साथ ही सुबोध पब्लिक स्कूल की 12वीं कक्षा की सावी गोस्वामी ने सॉफ्टबॉल गर्ल्स अंडर – 19 में हिस्सा लिया। बच्चो के इस बेहतरीन प्रदर्शन से उनके कोच और अभिभावक बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा कि बच्चोने में प्रतिभा छिपी होती हैं बस उन्हें निखारने की जरुरत होती हैं। बच्चों में खेलकूद के प्रति लगाव लगाना बेहद जरुरी हैं इससे उनके शारीरिक क्षमता का भी विकास होता हैं। खेलो में भी असीम सम्भावनाए हैं जिसे आगे चलकर करियर के रूप में विकसित किया जा सकता हैं।
दुनियाभर में हो रहे लीग टूर्नामेंट युवा खिलाड़ियों के लिए स्वर्णिम अवसर बनता जा रहा है। पहले अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय तथा अन्य बड़े खेल आयोजनों के लिए टीम का हिस्सा बनने के लिए युवा खिलाड़ियों को कम अवसर मिल पाते थे। इसलिए वे खुद को बेहतर साबित नहीं कर पाते थे, लेकिन अब सरकार खेलेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया के नारे के साथ खेलकूद में प्रतिभा को निखारने का मौका मिले