हैड कांस्टेबल स्व. बाबू लाल बैरवा के आत्महत्या मामले में 27 अगस्त मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें गृह सचिव आनंद कुमार की अध्यक्षता में परिवारजन एवं प्रशासन के बीच सफल वार्ता संपन्न हुई। इस वार्ता में प्रशासन की ओर से DGP राजस्थान UR साहू, DGP (ACB) रवि प्रकाश महरड़ा जी, DGP (Intelligence) संजय अग्रवाल, ACP कुंवर राष्ट्रदीप जी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बाबू लाल के परिवारजन और संघर्ष समिति का डेलीगेशन भी बैठक में शामिल हुआ।
वार्ता के परिणामस्वरूप निम्नलिखित महत्वपूर्ण मांगों पर सहमति बनी:SIT जांच: एडीजी क्राइम दिनेश एमएन जी के नेतृत्व में गठित SIT इस मामले की निष्पक्ष जांच करेगी।
पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई: दो पुलिस अधिकारियों को APO किया गया है, एक सब-इंस्पेक्टर को सस्पेंड किया गया है। जांच शुरू होते ही उन्हें गिरफ़्तार किया जाएगा और दोषी पत्रकार के खिलाफ पुराने मुकदमों की जांच करके कार्रवाई की जाएगी।
सेवा परिलाभ और पेंशन: मृतक के सेवा परिलाभ, जो लगभग 55 लाख रुपये हैं, और पेंशन आदि की कार्यवाही तुरंत शुरू की जाएगी।
वित्तीय सहायता: पुलिस विभाग के लगभग 10,000 कर्मचारियों द्वारा एकत्रित एक दिन के वेतन से लगभग 1 करोड़ रुपये की राशि बाबू लाल की पत्नी के नाम पर FD के रूप में जमा की जाएगी।
अनुकम्पा नियुक्ति: बाबू लाल बैरवा के बेटे तनुज गोठवाल को अनुकम्पा नियुक्ति दी जाएगी।
संविदा नियुक्ति: बाबू लाल की बेटी को जयपुर में संविदा पर नियुक्ति दी जाएगी।
बेटी की शिक्षा और विवाह: बाबू लाल जी की बेटी साक्षी गोठवाल को पुलिस परिवार द्वारा गोद लिया जाएगा और उसकी शिक्षा से लेकर विवाह तक के खर्च की जिम्मेदारी पुलिस विभाग उठाएगा।
राजकीय सम्मान: बाबू लाल जी का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया।
इस सफल वार्ता के लिए और बाबू लाल को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करने वाले सभी साथियों का धन्यवाद और आभार व्यक्त किया गया।