जयपुर में ज्वेलर विनोद शर्मा ने 8 अगस्त को ट्रेन के आगे छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस घटना के बाद उनकी जेब से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उन्होंने आत्महत्या की वजह 14 करोड़ रुपये की देनदारी नहीं लौटाए जाने को बताया।
विनोद शर्मा जो चांदपोल बाजार और सांगानेर में ज्वेलरी के शोरूम के मालिक थे। उन्होंने 8 अगस्त की दोपहर को मालवीय नगर पुलिया के नीचे ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। उन्हें गंभीर हालत में जयपुरिया हॉस्पिटल ले जाया गया और बाद में एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
विनोद शर्मा की जेब से मिला सुसाइड नोट उनके परिवार द्वारा पाया गया, जिसमें उन्होंने लिखा कि 13 साल पहले ट्यूबवेल कंपनी के मालिक हनुमान प्रसाद और उनके बेटे रमेश शर्मा, आनंद शर्मा, अशोक शर्मा और रामकांत शर्मा ने उनसे 14 करोड़ रुपये उधार लिए थे। उन्होंने कई बार पैसे वापस मांगने की कोशिश की, लेकिन उन्हें पैसे वापस नहीं मिले। इस आर्थिक दबाव और मानसिक तनाव के कारण वे आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो गए। उन्होंने सुसाइड नोट में यह भी लिखा कि उनके मरने के बाद उक्त व्यक्तियों से पैसे वसूल कर उनके परिवार को दिए जाएं, ताकि उनका परिवार इस संकट से उबर सके।
विनोद शर्मा के भाई सुधीर ने जवाहर नगर सर्किल पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने इस आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसआई रेणु मालाकार ने इस घटना की पुष्टि की है और जांच जारी है।