भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने लोगों को बड़ी राहत दी है। प्राधिकारण ने कहा कि रिटेल पॉलिसीहोल्डर, बीमा कंपनी को सूचित करके पॉलिसी अवधि के दौरान किसी भी समय अपनी पॉलिसी रद्द कर सकते हैं और शेष पॉलिसी अवधि के लिए रिफंड प्राप्त कर सकते हैं। इरडा ने इंश्योरेंस सेक्टर में कई सुधारों की घोषणा करते हुए कहा, यदि बीमाधारक पॉलिसी रद्द कर देता है, तो उसे कैंसिलेशन का कारण बताने की आवश्यकता नहीं है।
बीमा नियामक ने कहा कि यदि ग्राहक पॉलिसी कैंसिल करता है, तो बीमाकर्ता को समाप्त हुई पॉलिसी अवधि के लिए आनुपातिक प्रीमियम वापस करना चाहिए। इरडा ने .ह भी कहा कि साधारण बीमा कंपनियां किसी दस्तावेज के अभाव में क्लेम को अस्वीकार नहीं कर सकती है। इसके अनुसार ग्राहकों से केवल उन दस्तावेजों को जमा करने के लिए कहा जा सकता है, जो जरूरी हैं और क्लेम सेटलमेंट से संबंधित हैं। इस संबंध में जारी मास्टर परिपत्र, जो साधारण बीमा व्यवसाय में सुधारों का हिस्सा है, उससे सरल और ग्राहक केंद्रित बीमा समाधानों के लिए एक नए युग की शुरुआत होगी।