प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को उत्तरप्रदेश के वाराणसी में आयोजित किसान सम्मेलन में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना की 17 वीं किस्त जारी की। प्रधानमंत्री ने बटन दबाकर डीबीटी के माध्यम से देश के 9.26 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में करीब 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि हस्तांतरित की। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी इस कार्यक्रम में जयपुर से वीसी के माध्यम से शामिल हुए।
राजस्थान के 65 लाख से अधिक किसान लाभान्वित
पीएम किसान योजना की 17 वीं किस्त से लाभान्वित होने वाले किसानों में राजस्थान के भी 65 लाख से अधिक किसान शामिल है।जिनके बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से लगभग 1 हजार 300 करोड़ रुपए स्थानांतरित किए गए। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार ने भी राज्य में पीएम किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों को 6 हजार रुपए के अतिरिक्त प्रति वर्ष 2 हजार रुपए मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत देने का निर्णय किया है। इससे राज्य पर प्रतिवर्ष 1300 करोड़ रुपए का वित्तीय भार आएगा।
किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी के भारत को दुनिया की तीसरी आर्थिक शक्ति बनाने में कृषि की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि हमें दलहन तिलहन उत्पादन में आत्मनिर्भर और कृषि निर्यात में अग्रणी बनना है। श्री मोदी ने कहा कि वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट और जिला स्तर पर एक्सपोर्ट हब बनने से निर्यात बढ़ रहा है और देश के विभिन्न क्षेत्रों के कृषि उत्पाद विदेशी मार्केट में पहुंच रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि मेरा सपना है कि दुनिया की हर डाइनिंग टेबल पर भारत का कोई न कोई फूड प्रोडक्ट मौजूद हो, इसलिए हमें खेती में भी जीरो इफेक्ट जीरो डिफेक्ट के मंत्र को बढ़ावा देना होगा। उन्होंने कहा कि पीएम किसान समृद्धि केंद्रों के माध्यम से किसानों के लिए एक बड़ा सपोर्ट सिस्टम विकसित किया जा रहा है।
किसान नौजवान नारी शक्ति और गरीब विकसित भारत का मजबूत स्तंभ
पीएम मोदी ने कहा कि किसान नौजवान नारी शक्ति और गरीब विकसित भारत का मजबूत स्तंभ है। इन्हीं को केंद्र में रखकर उन्होंने अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत की है। सरकार का गठन होते ही पहला फैसला किसान और गरीब हित में किया गया है। उन्होंने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि आज दुनिया की सबसे बड़ी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम बन चुकी है। इससे पूर्व इस योजना की 16 किस्तों के रूप में किसानों के खातों में 3.04 लाख करोड रुपए की राशि हस्तांतरित की जा चुकी है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कृषि सखियों के रूप में प्रशिक्षित स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 30,000 से अधिक महिलाओं को पैरा एक्सटेंशन वर्कर के रूप में कार्य करने के लिए प्रमाण पत्र भी वितरित किए।
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी सहित यूपी सरकार के मंत्रीगण और जनप्रतिनिधि मौजूद थे। साथ ही देशभर से 732 कृषि विज्ञान केंद्रों, 1 लाख से अधिक प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों और देश भर के 5 लाख कॉमन सर्विस सेंटरों से जुड़े 2.5 करोड़ से अधिक किसान वीसी के माध्यम से शामिल हुए।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना फरवरी, 2019 में शुरू की गई जिसमें प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से देश भर के किसानों के परिवारों के बैंक खातों में हर चार महीने में दो- दो हजार रुपए की तीन बराबर किस्तों में 6 हजार रुपये प्रति वर्ष का वित्तीय लाभ हस्तांतरित किया जाता है।