महंगाई दिनों दिन बढ़ती जा रही है. कभी कुछ खाद्य पदार्थ सस्ते होते हैं तो वहीं दूसरी तरफ कुछ खाद्य पदार्थ महंगे हो जाते हैं. कुछ दिन पहले तक 20 से 25 रुपये किलो मिलने वाली प्याज अब लोगों की आखों से आंसू निकाल रही है.
प्याज के भाव अब 50 से 60 रुपए प्रति किलो पहुंच गए हैं. जून की शुरुआत में प्याज 20 से 25 रुपए प्रति किलो बिक रहा था. लेकिन भीषण गर्मी के कारण प्याज की फसल खराब हो गई. जिससे पिछले एक सप्ताह के दौरान प्याज के रिटेल भाव डबल हो गए हैं.
अब रसोई में प्याज के तड़के की महक और स्वाद हवा होता हुआ नजर आ रहा है. भाव बढ़ने का मुख्य कारण जोधपुर के मथानिया,भोपालगढ़ से आवक आधा होना है. भीषण गर्मी के कारण प्याज की फसल बिगड़ गई है. पहले मुहाना मंडी में रोज 50 गाड़ियां आ रही थी.
लेकिन अब मुहाना मंडी में रोज करीब 20 से 25 गाड़ी ही आ रही हैं. सीकर से भी प्याज की आवक कमजोर हो रही है. फिलहाल नासिक से प्याज की आवक की गति भी धीमी हो रही है. अलवर के खैरथल से अभी नई फसल आने में दो माह लगेंगे.
मुहाना मंडी में प्याज 25 से 30 रुपए प्रति किलो थोक भाव में बिक रहा है. थोक व्यापारियों की माने तो प्याज के भाव अभी और बढ़ सकते हैं. बता दें कि न केवल मंडियों में प्याज की कीमत बढ़ रही है बल्की टमाटर की कीमत भी लगातार बढ़ रही हैं.
मानसून के आते ही मंडियों में सब्जियों की आवक कम हो जाती है, जिससे सब्जियों की कीमत बढ़ने लगती है, ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इस बार पूरे मानसून में महंगाई का संकट बना रह सकता है.