प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने मुख्यमंत्री द्वारा सामाजिक सुरक्षा पेंशन में की जाने वाली वृद्धि की घोषणा को जनता के साथ छलावा बताया है।
जूली ने कहा कि यह प्रावधान तो पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा पूर्व में ही किया जा चुका है। कांग्रेस हमेशा से गरीब, पिछड़े और जरूरतमंद के हक-हकूक की रक्षा और उनके सम्मान के लिए संवेदनशील रही है। उन्होंने कहा की पूर्व में सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत दी जा रही 500 रूपये की सामाजिक सुरक्षा पेंशन की सहूलियतों को कांग्रेस सरकार ने ही बढ़ाया है, ताकि अधिक से अधिक जरूरतमंदों को इसका लाभ मिल सके। जूली ने कहा कि हमारी संवेदनशील सरकार ने ही वर्ष 2019 में 6 वर्षों के बाद पेंशन राशि में वृद्धि की थी। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक पेंशन राशि नहीं बढ़ने के कारण पेंशनर्स को होने वाली समस्या के निराकरण की दृष्टि से पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा पेंशन राशि में हर वर्ष 15% वृद्धि किए जाने का प्रावधान किया गया, जिसका श्रेय मुख्यमंत्री जी झुंझुनूं में ले रहे है।
प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने कहा कि हम कर्म में विश्वास करते हैं झूठा भाषण या छलावा नहीं करते। जूली ने मुख्यमंत्री जी को इंगित करते हुए कहा कि जिन योजनाओ का श्रेय आप और आपकी पार्टी लेने का प्रयास कर रहे हैं ,वो सब तो राजस्थान की पूर्ववर्ती गहलोत सरकार की देन है । आपने इसमें नया क्या किया है ?
जूली ने मुख्यमंत्री को सीख देते हुए कहा कि आपका कोई विजन नहीं है और ना ही आपने कोई रोडमैप तैयार किया है, आप तो केवल कांग्रेस की जन कल्याणकारी योजनाओं को आगे बढ़ाइए, ताकि लोगों का भला हो सके क्योंकि प्रदेश के आमजन के लिये कांग्रेस की योजनाएँ ही उन्हें लाभान्वित करने वाली है ।
जूली ने कहा कि राजनीति से कुंठित बयान देना आपकी मजबूरी हो सकती है लेकिन ये सच है कि कांग्रेस की देन, इन योजनाओं को बंद कर पाना किसी भी सरकार के लिए संभव नहीं है।