मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि भाजपा के कई कार्यकर्ता मेरे पास आते हैं और कहते हैं हमारे काम को कोई देख नहीं रहा लेकिन सच यही है कि भाजपा का हर कार्यकर्ता केंद्र के कैमरे की नज़र में है, मैं एक छोटा सा कार्य कर्ता हूँ आप लोगों के बीच में से आया हूँ जब मुख्यमंत्री पद के लिए मेरा नाम पुकारा गया तो पहले मुझे भी कुछ समझ में नहीं आया था लेकिन ये भाजपा में ही संभव है जो कार्यकर्ताओं को बड़े पदों के लिए मौक़ा देती है।
उन्होंने पूर्व कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार में यहां गैंगस्टर आते थे, गोली चलाकर चले जाते थे। अब या तो गैंगस्टर राजस्थान में आएगा नहीं और आएगा तो बचकर जाएगा नहीं।
शनिवार को प्रदेश कार्य समिति बैठक स्थल पर मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि साल 2027 तक हम सरप्लस बिजली उत्पादन करने वाले और अन्य राज्यों को बिजली देने वाला राज्य बनेंगे। हमने पीएम नरेंद्र मोदी से कहा है कि बारिश का पानी माही डैम से होते हुए गुजरात जाता है। अगर बारिश के दिनों में वह पानी भी हमें मिलेगा तो हमारे सांचौर और जालौर जिले में सिंचाई के पानी की कमी नहीं होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमें इस दिशा में भी आश्वस्त किया है। मुख्यमंत्री शर्मा ने करीब एक घंटे भाषण दिया।
भाषण खत्म होने के बाद प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने मुख्यमंत्री शर्मा की चुटकी लेते हुए कहा किआपने बहुत ही सारांश में सरकार के किए कामों को बताया। आपने गागर में सागर भरने का काम किया है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष जोशी ने कहा कि सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट और ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधव राव सिंधिया की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हुई, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने आज तक इसकी जांच नहीं करवाई।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष जोशी ने स्वागत भाषण में मंत्री भागीरथ चौधरी की जगह पूर्व मंत्री कैलाश चौधरी का स्वागत कर दिया। मंच के सामने बैठे नेताओं ने सीपी जोशी को टोका तो उन्होंने कहा- अब मंत्री कैलाश चौधरी नहीं, भागीरथ चौधरी हैं। सीपी जोशी ने अपनी गलती सुधारी और कहा- आप लोग ध्यान से मेरा भाषण सुन रहे हो।
बैठक में सीएम भजनलाल शर्मा, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम और प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के साथ तमाम नेता मौजूद हैं।
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी बैठक में नहीं पहुंची।