मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी देने की खबर से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया था । इसके बाद पुलिस कंट्रोल रूम ने इसकी जानकारी बड़े अधिकारियों को दी। इसके बाद हलचल तेज हो गई और यह पता लगाने का प्रयास शुरू कर दिया गया कि आखिर किस व्यक्ति ने मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी दी है।
जानकारी में आया कि धमकी दौसा जिले के पापड़दा कस्बे के पास स्थित विशिष्ट केंद्रीय कारागृह में बंद कैदी ने फोन कर जान से मारने की धमकी दी । धमकी देने वाला युवक पिछले तीन महीने से श्यालावास की सेंट्रल जेल में बंद है। वहीं जब उक्त आरोपी के बारे में दौसा पुलिस को जानकारी मिली तो एडिशनल एसपी लोकेश सोनवाल सहित जिले के कई अधिकारी श्यालावास सेंट्रल जेल पहुंचे। जहां सर्च ऑपरेशन के दौरान 10 मोबाइल जब्त किए गए है।
आईजी जयपुर रेंज अनिल टांक ने बताया कि आरोपी ने देर रात 2 बजे जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम को फोन कर सीएम को मारने की धमकी दी। फोन करने वाले ने पुलिसकर्मियों को कहा कि वह सीएम को मार देगा। इस पर पुलिस ने फोन नंबर के आधार पर लोकेशन निकाली, जो दौसा जेल की निकली। इस पर रात को ही दौसा पुलिस और जयपुर पुलिस की टीम ने सर्च किया। सर्च के दौरान दार्जिलिंग निवासी एक आरोपी को पुलिस उसने एक युवक हिरासत में लिया है । युवक ने फोन पर धमकी देने की बात स्वीकार कर ली है। पुलिस जेल में ही कैदी से पूछताछ कर रही है।
आईजी जयपुर रेंज अनिल टांक ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में कैदी ने बताया कि वह कोई दवाई खाता है। दवा खाने से उसे होश नहीं रहा। इसके बाद फोन कॉल किया। पुलिस उसके जवाबों से संतुष्ट नहीं है, इसलिए उसे कुछ समय के लिए आराम दिया गया है। कुछ घंटों के बाद दोबारा पूछताछ की जाएगी।
पुलिस की जांच के दौरान जेल में 12 से ज्यादा मोबाइल फोन और कुछ संदिग्ध वस्तुएं मिली है। इन्हें पुलिस टीम ने जब्त कर लिया है। जेल अधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी गई है।
मंत्री भजन लाल शर्मा को 6 महीने पहले भी धमकी मिली थी। जयपुर की सेंट्रल जेल में 5 साल से बंद पॉक्सो एक्ट के बंदी ने ही कंट्रोल रूम में फोन कर सीएम को गोली मारने की धमकी दी थी। इसके बाद कॉल काटकर मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया गया। पुलिस टीम ने तुरंत तकनीकी आधार पर जांच शुरू की और धमकी देने वाले आरोपी की पहचान कर ली थी। इस दौरान जेल में दो बंदियों से मोबाइल भी जब्त किए गए थे। मामले में जेल के हेड वार्डन अजय सिंह राठौड़ और वार्डन मनीष कुमार यादव को निलंबित किया था। पॉक्सो एक्ट में जेल में बंद आरोपी ने कंट्रोल रूम को फोन कर धमकी दी थी।