भाजपा विधायक दल की विधानसभा में 30 जुलाई मंगलवार को बैठक हुई। भाजपा विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सभी मंत्रियों को सप्ताह में तीन दिन जयपुर में रहने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने इनमें से एक दिन मंत्री विधायकों की सुनवाई करे।
मंत्री शर्मा ने कहा कि विधायक अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याएं और कार्य लेकर जयपुर आते हैं। ऐसे में उनके काम होने चाहिए। इसके लिए सभी मंत्री सप्ताह में एक दिन विधायकों की सुनवाई करेंगे। इसमें वह उनके विभाग से संबंधित विधायक के क्षेत्र के काम को प्राथमिकता से पूरा करें।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि बजट घोषणाएं धरातल पर उतरे, इसके लिए जरूरी है कि सभी विधायक अपने-अपने क्षेत्र के लिए की गई बजट घोषणाओं की क्रियान्विति की निगरानी रखें।
मुख्यमंत्री शर्मा ने बैठक में विधायकों को निर्देश दिए कि वे पार्टी कार्यकर्ताओं का भी पूरा ध्यान रखे। कार्यकर्ताओं की मेहनत की वजह से ही प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है। ऐसे में जरूरी है कि कार्यकर्ताओं की भावनाओं का भी सम्मान किया जाए।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा किअब विधायकों को हर महीने में एक बार कार्यकर्ताओं के साथ टिफिन बैठक करने के लिए योजना बनाएं। कार्यकर्ताओं के साथ विधायक भोजन करते हुए उनसे क्षेत्र और उनकी व्यक्तिगत समस्याओं के बारे में जाने और उसे हल करने का प्रयास करें।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा था कि नए विधायकों को विधानसभा संबंधी नियमों की जानकारी देने के लिए दो दिन का कैंप लगाए। मुख्यमंत्री शर्मा ने भीइस बात को माना औरअगस्त माह मेंदो दिन का चिंतन शिविर लगाए जाने की घोषणा कीऔर कहा कियह चिंतन शिविर गुजरात मेंकरने की कर योजना पर विचार हो रहा है।
भाजपा विधायक दल की बैठक में विधायकों ने कहा कि भाजपा की सरकार बनने के बाद उन्हें यह एहसास नहीं हो रहा है किउनके कहने से कोई काम हो रहा है। सरकारी कर्मचारियों अधिकारियों और टीचर्स के तबादले की छूट दिए जाने की मांग रखी । विधायकों की मांग पर मुख्यमंत्री शर्मा नेअब आगामी 8अगस्त से तबादलों पर रखी रोक को हटाए जाने का मानस बना लिया है। विधायकों को एकजुट रहने की सलाह भी दी गई है। विधानसभा में अधिक से अधिक समय रहकर वहां की प्रक्रिया को सीखने को भी कहा है।