समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने अयोध्या में 12 साल की बच्ची के साथ गैंग रेप में अपने मुस्लिम नेता और वहां नगर अध्यक्ष मुईन खान को बचाने के लिये काफी आपत्तिजनक तरीके से डीएनए टेस्ट कराने की जो मांग की थी, उस पर अब पुलिस ने भी अपनी मोहर लगा दी है। पुलिस ने आरोपित की डीएनए जांच कराने का निर्णय लिया है। वहीं गैंग रेप के आरोपी दुष्कर्म की शिकार किशोरी के घरवालों ने गर्भपात की सहमति दे दी है। डीएनए के संबंध में उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फोरेंसिक साइंस के संस्थापक निदेशक डा. जीके गोस्वामी ने बताया कि डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट आने की अवधि जांच की प्रकृति पर निर्भर करता है। कपड़ों, बाल या घटनास्थल से एकत्र नमूनों के मिलाने में समय लगता है, लेकिन इस प्रकरण में पीड़िता, भ्रूण और आरोपित की जांच रिपोर्ट तीन से चार दिन में आ सकती है। इसके लिये किशोरी की प्राथमिक जांच कराई गई है, विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम भी बन गई है।
उधर, परिवार की सहमति के बाद गत दिवस सीएमओ संजय जैन किशोरी को लेकर लखनऊ रवाना हुए। दोपहर बाद तीन बजे उसे गर्भपात व बेहतर उपचार के लिए कड़ी सुरक्षा में लखनऊ के क्वीनमेरी अस्पताल में भर्ती कराया गया। आरोपित सपा के भदरसा नगर पंचायत अध्यक्ष मोईद खान और उसके सहयोगी राजू को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेकर पीड़ित परिवार से भेंटकर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया था और आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई थी। आरोपित की अतिक्रमण कर बनाई गई बेकरी पर बुलडोजर चलाया जा चुका है। अन्य संपत्तियों की भी जांच चल रही है। किशोरी के परिवार की बेहतर चिकित्सा की मांग पर उसे लखनऊ भेजा गया। गर्भपात पर निर्णय लेने के लिए बाल कल्याण समिति की ओर से नियुक्त की गई सहायक ने स्वजन की सहमति ली और रिपोर्ट समिति के अध्यक्ष सर्वेश अवस्थी को सौंप दी। उधर, एसएसपी ने कहा कि किशोरी का अश्लील वीडियों बनाने का आरोप लगा है। आरोपितों के मोबाइल भी जांच के लिए भेजे जाएंगे।