मॉनसून सत्र के दौरान संसद की कार्रवाही एक बार फिर तनावपूर्ण हो गई है। इस बार विवाद का केंद्र राज्यसभा में सपा सांसद जया बच्चन और राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ के बीच हुई टिप्पणी है, जिसने सदन में हलचल मचा दी।
घटना तब शुरू हुई जब विपक्ष ने घनश्याम तिवारी द्वारा नेता विपक्ष (LOP) पर की गई असंसदीय टिप्पणी के खिलाफ दिया गया नोटिस उठाया। इसी दौरान, राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने जया बच्चन की ओर टिप्पणी करते हुए कहा, “यू मे बी ए सेलिब्रिटी बट…”। इस टिप्पणी के बाद विपक्षी सांसदों ने इसका कड़ा विरोध किया और सदन से वॉकआउट कर दिया।
जया बच्चन ने की माफी की मांग
जया बच्चन ने सभापति की टिप्पणी को “स्वीकार्य नहीं” बताते हुए उनसे माफी की मांग की। उन्होंने कहा कि धनखड़ का लहजा उचित नहीं था और यह सदन के मर्यादा के खिलाफ था। इस पर सभापति ने जवाब देते हुए कहा कि जया बच्चन ने वह नहीं देखा जो उन्होंने सदन से देखा था। उन्होंने आगे कहा कि वह “स्कूल नहीं जाना चाहते,” जिससे यह प्रकरण और भी विवादित हो गया।
विपक्षी सांसदों का वॉकआउट और सदन की प्रतिक्रिया
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे के भाषण का समर्थन करते हुए जया बच्चन और तिरुचि शिवा ने भी सभापति की आलोचना की। इसके बाद विपक्षी सांसदों ने एकजुट होकर वॉकआउट किया। सभापति धनखड़ ने इस स्थिति को “दुखद दिन” करार दिया और सदन में उपस्थित सत्ता पक्ष से कहा कि जबकि भारत “विकसित भारत” की ओर बढ़ रहा है, कुछ लोग इस प्रगति में बाधा डालना चाहते हैं।
धनखड़ ने आगे कहा, “भारत अपने तीसरे कार्यकाल में लगातार नेतृत्व कर रहा है – छह दशकों के बाद इतिहास बन रहा है। भारत के पास प्रधानमंत्री के रूप में ऐसा नेतृत्व है जिसकी वैश्विक स्तर पर पहचान है और देश को इस पर गर्व है।”
अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी
इस विवाद के बाद, विपक्षी दलों ने राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी शुरू कर दी है। विपक्षी सांसदों से इस प्रस्ताव के समर्थन में हस्ताक्षर कराए जा रहे हैं। राज्यसभा में महाभियोग प्रस्ताव लाने के लिए 14 दिनों का नोटिस देना आवश्यक है, और विपक्ष इसी दिशा में कदम बढ़ा रहा है।
अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि राज्यसभा में यह विवाद किस दिशा में आगे बढ़ेगा और क्या विपक्ष सभापति के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने में सफल हो पाएगा।