उदयपुर में चाकूबाजी की घटना में घायल छात्र की सोमवार को मौत हो गई, जिसके बाद मंगलवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच देवराज का अंतिम संस्कार किया गया। बच्चे को उसके पिता और चचेरे भाई ने मुखाग्नि दी। इस दौरान लोगों ने नारेबाजी भी की कहां जब तक सूरज चांद रहेगा देवराज तेरा नाम रहेगा।
पुलिस ने मंगलवार को सुबह 4:30 बजे बच्चे का शव परिवार को सौंपा था। करीब सात बजे मृतक के घर से शवयात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। अंतिम यात्रा में उदयपुर रेंज के आईजी अजयपाल लांबा सहित प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
अंतिम संस्कार की निगरानी ड्रोन से की गई और पूरे मार्ग पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। उदयपुर शहर में मंगलवार को भी इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी और स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी घोषित की गई है। समाज के नेताओं ने सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है।
सोमवार रात तक छात्र के अंतिम संस्कार को लेकर प्रशासन और परिजनों के बीच बातचीत जारी रही। तीन मांगों पर सहमति बनने के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए। इन मांगों में 51 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी, और एसटी-एससी एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग शामिल थी। गौरतलब है कि 16 अगस्त को उदयपुर में हुई चाकूबाजी की घटना में घायल छात्र की सोमवार दोपहर को मृत्यु हो गई थी।