Saturday, October 12, 2024

…तो सचिन होंगे जिम्मेवार-अग्रवाल, मर्यादा में रहें-पायलट

Must read

राजस्थान भाजपा प्रदेश प्रभारी डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा चेताया है कि राजस्थान में रहते हुए आज के बाद उनके जीवन पर अगर किंचित मात्र भी खतरा आता है, तो उसके लिए सिर्फ और सिर्फ सचिन पायलट जिम्मेदार होंगे। पायलट ने जवाब दिया कि अग्रवाल मर्यादा में रहें और भाषा की गरिमा का ख्याल रखें।

बुधवार को उदयपुर दौरे पर आए राजस्थान भाजपा प्रदेश प्रभारी डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा चेताया है कि राजस्थान में रहते हुए आज के बाद उनके जीवन पर अगर किंचित मात्र भी खतरा आता है, तो उसके लिए सिर्फ और सिर्फ सचिन पायलट जिम्मेदार होंगे। पायलट ने जवाब दिया कि अग्रवाल मर्यादा में रहें और भाषा की गरिमा का ख्याल रखें। 

राजस्थान में जगह-जगह हो रहे विरोध से खिन्न दिख रहे भाजपा प्रदेश प्रभारी ने कहा, मैंने तो अभी कुछ कहा ही नहीं है। जब मैं कहना शुरू करूंगा तो बड़ी समस्या पैदा हो जाएगी। क्योंकि तब मैं परिभाषित करूंगा कि वो (सचिन पायलट) स्पेंट फोर्स हैं क्यों। मेरा आग्रह है, वो बेचारे बड़े नेता हैं। अपनी पार्टी में ही परेशान हैं, मैं जानता हूं.। पहले वो अपनी पार्टी से लड़ लें, फिर दूसरी पार्टी से लड़ाई करें।

अग्रवाल ने अपना पुराना बयान दोहराते हुए कहा, सचिन पायलट का कोई समय होता था। मगर अब वो समाप्त हो गया। अब राजस्थान में भाजपा का समय है। सचिन पायलट एक स्पेंट फोर्स हैं। राजनीति में अपनी विरोधी ताकतों को हम कमजोर नहीं बताएंगे तो क्या दारा सिंह पहलवान बताएंगे? क्या इसमें कोई अभद्र भाषा थी? कोई अपमानजनक टिप्पणी थी? या असांस्कृतिक शब्दों का प्रयोग हुआ था? नहीं, ऐसा कुछ नहीं हुआ। मैंने जो कहा, वो सच्चाई है। अगर आपको राजनैतिक सच्चाई दिखाई जा रही है, तो इतना नाराज होने की जरूरत क्या है?

भाजपा प्रदेश प्रभारी ने दोहराया, राजस्थान में रहते हुए आज के बाद मेरे जीवन पर अगर किंचित मात्र भी खतरा आता है, तो मैं उसके लिए सचिन पायलट को जिम्मेदार मानूंगा। 

अग्रवाल के बयान की प्रतिक्रिया में सचिन पायलट ने कहा, राजस्थान अतिथि देवों की भूमि है, जो आए उनका स्वागत है। यहां प्यार-मुहब्बत का इतिहास है, लेकिन वाणी में नम्रता होनी चाहिए।सभी को सम्मान पूर्वक संबोधित करना चाहिए। पायलट ने कहा राजनीति में विरोध की एक मर्यादा होती है। विचारों का विरोध हो सकता है। एक दूसरे के प्रति असहमति का भाव रहता है, लेकिन भाषा की गरिमा रखनी जरूरी है। हम उस कांग्रेस पार्टी से हैं,जिसका 130 सालों का इतिहास रहा है। हम सत्ता पक्ष और विपक्ष सबको साथ लेकर चलने वाले लोग हैं। हमने भी बड़े से बड़े नेताओं का वैचरिक तौर पर विरोध किया है, लेकिन भाषा का स्तर, मर्यादा और गरिमा का हमेशा ख्याल रखा है। पायलट ने कहा जहां तक राजनीति की बात है, तो विधानसभा उपचुनाव आने वाले हैं। दो-दो हाथ हो जाएंगे तो सब पता चल जाएगा। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में सब को पता चल जाएगा कि कौन कितने पानी में है।

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest article