राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने जेड प्लस सिक्योरिटी लेने से इनकार कर दिया है। उन्होंने सुरक्षा बल की गाड़ी लेने से भी मना कर दिया है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने जेड प्लस सिक्योरिटी लेने से इनकार कर दिया है। उन्होंने सुरक्षा बल की गाड़ी लेने से भी मना कर दिया है। हाल ही में केंद्र सरकार ने शरद पवार की सुरक्षा में इजाफा किया था। शरद पवार ने इस पर हैरानी जताई थी। केंद्रीय गृह मंत्री के अधिकारी सुबह शरद पवार के घर में दाखिल हुए थे। सुरक्षा पर सीआरपीएफ़ और दिल्ली पुलिस के 15 अधिकारियों ने शरद पवार से आज चर्चा की, लेकिन मुद्दे का कोई हल मिलता नजर नहीं आया।
शरद पवार का कहना है कि उनको समझ नहीं आ रहा है कि उन्हें जेड प्लस सुरक्षा से क्यों नवाजा जा रहा है। उन्होंने कहा, गृह मंत्रालय के इस कदम के पीछे क्या मकसद है? इसकी जानकारी अभी तक मेरे पास नहीं है। एक अधिकारी ने मुझे बताया कि मेरे अलावा 2 अन्य लोगों को भी जेड प्लस सिक्योरिटी देने का निर्णय लिया गया है। इनमें एक राष्ट्रीय स्वयं सेवक (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत और दूसरे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हैं।
महाराष्ट्र में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और शरद पवार इसी से जोड़कर सुरक्षा के मुद्दे को देख रहे हैं। शरद पवार ने कहा, देखिए, राज्य में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। ऐसे में हो सकता है कि मेरे बारे में जानकारी हासिल करने के लिए मुझे सुरक्षा दी जा रही है।
शरद पवार ने कार में सिक्योरिटी गार्ड लेने पर भी आपत्ति जताई है। गाड़ी में आगे की सीट पर और पीछे की सीट पर सिक्योरिटी गार्ड बिठाने का नियम है, लेकिन शरद पवार ने गाड़ी में सिक्योरिटी को बिठाने से मना कर दिया। इसके अलावा पवार ने अधिकारियों से यह भी कहा कि घर में किसी भी सिक्योरिटी पर्सन को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार शरद पवार ने साफ कहा कि अगर घर के बाहर सुरक्षा लगानी है, तो सुरक्षा एजेंसी फैसला ले सकती हैं, लेकिन घर के अंदर इजाजत नही होगी। शरद पवार ने अधिकारियों से सुरक्षा मुहैया कराने का कारण पूछा, लेकिन अधिकारियों ने कोई कारण नहीं बताया।
शरद पवार अगर जेड प्लस सिक्योरिटी लेने के तैयार हो जाते, तो उनकी सुरक्षा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 55सशस्त्र कर्मियों की एक टीम को तैनात किया जाएगा।