Saturday, October 12, 2024

शौर्य पदक विजेता विकास जाखड के पिता ने पूछा, लोकतंत्र में जनता इतनी लाचार क्यों है? राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा, 7 दिन में कोई सुनवाई न होने के कारण पिता ने स्वयं को बताया बेवश ।

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कुछ दिनों पहले जयपुर में एक विधायक के साथ धक्का मुक्की कांड हुआ। क्यों हुआ इस पर कोई बात करना नहीं चाहता और पुलिस प्रशासन विधायक के ईगो को शांत करने के लिए अभी तक विकास जाखड़ की सलाख़ों के पीछे रखे हुए हैं।
पत्नी को पीड़ित करने के मामले में विधायक से मामूली कहा सुनी हुई थी, किंतु धन व राजनीतिक रसूखात के मद में अंधे हुए आदर्शनगर विधानसभा क्षेत्र के बेलगाम विधायक ने एक शौर्य पदक विजेता विकास जाखड पर सरे आम हाथापाई कर देश के सैनिकों के प्रति अपनी दुर्भावना व्यक्त की है । विकास जाखड़ के पिता का कहना है कि एक पदक विजेता सैनिक के सम्मान को भारी ठेस पहुँचाने वाले विधायक रफ़ीक खान आम आदमी के साथ कैसे बर्ताव करते होंगे, इसका अंदाज़ा लगाया जा सकता है । उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि हो सकता है मेरे बेटे को रफ़ीक खान मॉब लीचिंग कर मारना चाहता था । यदि रफ़ीक ख़ान को हाथापाई के बाद वीडियो बनता हुआ न दिखता तो वे लोग मेरे बेटे को मार देते । विधायक अपने राजनैतिक प्रभाव से विकास के विरुद्ध ही मुक़दमे पर मुक़दमे दर्ज करवा रहे है ताकि विकास को ज़मानत न मिल सके । सात दिन हो गए हमें पुलिस थाने व न्यायालय के द्वार से केवल धक्के व निराशा ही मिल रही है ।
बड़े दु:खी मन से विकास के पिता रतिराम जाखड ने यह बात आज बुधवार को ज़िला कलक्टरेट में महामहिम से न्याय की गुहार लगाने के लिए ज्ञापन सौंपते समय कही ।

रफ़ीक खान विकास को मार सकता था !
विकास के पिता रतिराम ने कहा कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, इसमें साफ़ दिखाई दे रहा है कि रफीक़ ख़ान ने विकास को कई थप्पड़ मारे हैं और विधायक की शह पर उसके इर्द गिर्द रहने वालों ने तो हद ही कर दी।
मारने वालों में अधिकांश मुस्लिम समुदाय के लोग थे। वीडियो में भीड़ व रफ़ीक खान हाथापाई व धक्कामुक्की कर रहे हैं, जिससे विकास जाखड का संतुलन बिगड़ने से वह रफ़ीक के अत्यंत क़रीब दिखाई देते हैं, इसे विधायक ने अपनी गलेवॉं पकड़ना प्रचारित किया है ।
पूरा घटनाक्रम तब ही सामने आएगा, जब विकास को ज़मानत मिलेगी । लेकिन रविवार को विकास ने बताया था कि रफ़ीक खान ने कहा कि तेरे जैसे जाट और तेरे जैसे फॉजी बहुत देखे हैं, तू मेरा क्या…..(गाली देते हुए)… लेगा। फिर और भी गाली-गलौज हुई । रफ़ीक ख़ान ने उसकी पत्नी के लिए बहुत ही अपमान जनक बाते बोली। ज्यों ही रफ़ीक ने इतने लज्जित करने व उकसाने वाले शब्द कहे विकास जाखड ने ग़ुस्से में बोलना शुरू किया । विकास जाखड को क्रोध में देखते ही रफ़ीक व भीड़ ने विकास को मारना शुरू कर दिया ।

राष्ट्रपति से विकास को रिहा करने की मॉंग की-
रतिराम जाखड ने कहा कि हम सब ओर से निराश हो चुके हैं । सब ओर जूठ, फ़रेब एवं राजनैतिक ताक़त का ही बोलवाला है । आम आदमी की सुनने वाला कोई नहीं है । एक सैनिक का पिता होने के नाते मुझे ये बात बहुत दुःख के साथ कहनी पड रही है कि इस लोकतंत्र में जनता का राज कहा है ? सब ओर केवल नेताओं की ही चलती है । रफ़ीक खान जैसे नेता सच को झूठ और झूठ को सच कर देते हैं। और वर्तमान सरकार भी क्यों चुप है, समझ नहीं आ रहा है ।
ऐसे में हमारे पास केवल एक ही विकल्प बचा था कि हम सर्वोच्च संवैधानिक पद पर बैठी हुई महामहिम राष्ट्रपति महोदया को अपनी परिवेदना भेजें। हमने उसे विकास की रिहाई की माँग की है ताकि आगामी कार्रवाई के लिए हम अपनी एफ आई आर दर्ज कराकर कुछ वैधानिक लड़ाई लड़ सकें।

आंदोलन की चेतावनी
ज्ञापन देने पहुँचे शिष्टमंडल ने कहा कि यदि हमें जल्द ही कोई राहत नहीं मिली तो हमें मजबूर होकर अपने जाट समाज, समस्त हिन्दू समाज व विभिन्न संगठनों से आंदोलन के लिए गुहार लगानी पड़ेगी ।

ज्ञापन सौंपते समय बार एसोसिएशन जयपुर, राजस्थान विश्वविद्यालय के कुछ छात्र-नेता, किसान सभा झुंझुनू एवं भूतपूर्व सैनिक संगठन झुंझुनू शेखावाटी के पूर्व सूबेदार भगवानाराम आदि उपस्थित थे।

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