नवरात्रि, जिसे Shardiya Navratri के नाम से भी जाना जाता है, साल भर में चार बार नवरात्रि मनाई जाती है। इनमें से दो गुप्त नवरात्रि होती हैं, जबकि एक चैत्र माह में और दूसरी आश्विन माह में मनाई जाती है। आश्विन माह में आने वाली नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि कहा जाता है। बता दें शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri) भारत के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार अच्छाई और बुराई के बीच नौ रातों की लड़ाई का प्रतीक है, जिसका अंत विजय दशमी के दिन अच्छाई की जीत के साथ होता है। इस दौरान माँ दुर्गा को पूजा जाता है, मां शक्तिस्वरूपा हैं (power, energy) इनकी पूजा शक्तिस्वरूपा और ज्ञान की देवी के रूप में की जाती है।
शारदीय नवरात्र, मां दुर्गा को प्रसन्न करने के खास उपाय
अगर आप भी इस नवरात्रि पर माँ दुर्गा को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो यहां कुछ खास उपाय बताए जा रहे हैं:
- घटस्थापना : नवरात्रि के पहले दिन शुभ मुहूर्त में घर में घटस्थापना करें। कलश में जल भरकर उसमें आम के पत्ते और नारियल रखें। यह कलश सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
- मां दुर्गा के मंत्र : नवरात्रि के दौरान माँ दुर्गा के मंत्रों का जाप करें। “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे” का 108 बार जाप करना बहुत ही लाभकारी माना जाता है।
- नैवेद्य चढ़ाएं : माँ दुर्गा को भोग अर्पित करें। नवरात्रि के हर दिन मां को अलग-अलग नैवेद्य जैसे फल मिठाई और नारियल चढ़ाएं।
- कन्या पूजन : अष्टमी और नवमी के दिन कन्या पूजन का विशेष महत्व है। इस दिन 9 कन्याओं और एक लंगुर का पूजन कर उन्हें भोजन कराएं और उपहार दें। यह मां दुर्गा को बहुत प्रिय है।
- रात में दीप जलाएं : नवरात्रि के दौरान प्रतिदिन रात में माँ दुर्गा के सामने दीपक जलाएं। घी का दीपक जलाना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
- दुर्गा सप्तशती का पाठ : नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से माँ दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इसे घर में पंडित द्वारा या स्वयं पढ़ना शुभ माना जाता है।
- नौ दिनों का उपवास: नवरात्रि के दौरान व्रत रखने का भी विशेष महत्व है। आप फल दूध और व्रत का खाना खाकर पूरे 9 दिनों तक उपवास कर सकते हैं।
- दुर्गा यंत्र की स्थापना : घर में दुर्गा यंत्र की स्थापना करें और प्रतिदिन उसकी पूजा करें। इससे घर में शांति और समृद्धि बनी रहती है।
- सफेद फूल अर्पित करें : माँ दुर्गा को सफेद फूल अर्पित करना बहुत शुभ माना जाता है। इससे देवी मां जल्दी प्रसन्न होती हैं।
- कन्याओं को उपहार दें : नवरात्रि के आखिरी दिन उपहार देकर कन्याओं का आशीर्वाद प्राप्त करें। यह माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त करने का एक सटीक उपाय है।
इन उपायों से आप शारदीय नवरात्रि के दौरान माँ दुर्गा को प्रसन्न कर सकते
नवरात्रि क्यों मनाते है?
Navratri (नवरात्रि) एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे देवी दुर्गा की आराधना के लिए मनाया जाता है। इसके पीछे एक रोचक कथा है।
साल में दो बार नवरात्रि क्यों मनाई जाती है
प्राचीन समय में महिषासुर नाम का एक दैत्य था, जो बहुत शक्तिशाली था। उसने अपनी तपस्या से ब्रह्मा जी को प्रसन्न किया और कई वरदान वरदान प्राप्त कर लिए। इन वरदानों के कारण वह इतना बलशाली हो गया कि उसने देवताओं को परेशान करना शुरू कर दिया।
महिषासुर ने अपने घमंड में इंद्र, जो कि देवताओं के राजा हैं, को हराया और स्वर्ग पर भी अधिकार कर लिया। जब सभी देवता उसकी शक्ति से परेशान हो गए, तो वे त्रिदेव के पास गए। त्रिदेवों ने कहा, “आप सभी देवता आदि शक्ति का आवाहन करें, वही इस दैत्य का नाश करेंगी।”
देवताओं ने देवी शक्ति का आवाहन किया, जिससे माँ दुर्गा प्रकट हुईं। सभी देवताओं ने देवी को अपने दिव्य अस्त्र दिए। देवी दुर्गा ने महिषासुर को चुनौती दी।
देवी दुर्गा और महिषासुर के बीच 9 दिन तक लगातार युद्ध होता रहा। दसवें दिन देवी ने महिषासुर का वध कर दिया। यही 9 दिन देवी की पूजा के लिए निर्धारित किए गए, जिन्हें नवरात्रि (Navratri) कहा जाता है। तब से नवरात्रि मनाने की परंपरा की शुरुआत हुई।
इस प्रकार, नवरात्रि का पर्व हमें शक्ति और विजय का संदेश देता है, और यह हमें बुराई पर अच्छाई की जीत का महत्व सिखाता है।
नवरात्रि टाइम टेबल 2024 (navratri 2024 time table)
इस साल शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri) गुरुवार, 3 अक्टूबर 2024 से प्रारंभ हो रही है, और इसका समापन शनिवार, 12 अक्टूबर 2024 को होगा। नवरात्रि के दौरान भक्त माँ के नौ रूपों की पूजा करते हैं, और कई लोग इस अवधि में नौ दिनों तक व्रत भी रखते हैं। और हर दिन भक्त विशेष रंग के कपड़े पहनते हैं। यहाँ नवरात्रि 2024 का कार्यक्रम दिया गया है:
नवरात्रि में 9 दिन की पूजा कैसे करें?
दिनांक | पर्व | तिथि |
---|---|---|
3 अक्टूबर 2024 | Ghatasthapana | प्रतिपदा |
4 अक्टूबर 2024 | Maa Brahmacharini Puja | द्वितीया |
5 अक्टूबर 2024 | Maa Chandraghanta Puja | तृतीया |
6 अक्टूबर 2024 | Maa Kushmanda Puja | चतुर्थी |
7 अक्टूबर 2024 | Maa Skandamata Puja | पंचमी |
8 अक्टूबर 2024 | Maa Katyayini Puja | षष्ठी |
9 अक्टूबर 2024 | Maa Kaalratri Puja | सप्तमी |
10 अक्टूबर 2024 | Maa Maha Gauri Puja | अष्टमी |
11 अक्टूबर 2024 | Maa Siddhidaatri Puja, Maha Navami | नवमी |
12 अक्टूबर 2024 | Vijay Dashami | दशमी |
देवी की इस विधि से पूजा करने पर होगी सभी मनोकामना पूरी
- सवा लाख मंत्रों का जाप
- नवरात्रि के सातवें दिन, माता कालरात्रि की पूजा के दौरान अपनी मनोकामना के अनुसार, दुर्गा सप्तशती के किसी विशेष मंत्र (mantra)का सवा लाख बार जाप करें। यह जाप आपकी इच्छाओं को पूरा करने में सहायक होगा।
- पीली कौड़ी और शंख चढ़ाएं
- महानवमी के दिन मां दुर्गा को पीली कौड़ी और शंख चढ़ाएं। ऐसा माना जाता है कि यह उपाय करने से मां दुर्गा की कृपा से घर में सुख-समृद्धि आती है।
- सुहाग का सामान अर्पित करें
- महानवमी के दिन मां दुर्गा को सुहाग का सामान अर्पित करें, जैसे कि लाल चूड़ियां, सिंदूर, और बिंदी। इससे देवी मां प्रसन्न होती हैं और आपकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं।
- नौ दीपक जलाएं
- महानवमी के दिन मां दुर्गा की प्रतिमा के सामने नौ दीपक जलाएं । यह विशेष रूप से शुभ माना जाता है और इससे देवी मां की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
- हवन के दौरान मंत्र जाप
- नवरात्रि के दौरान हवन करते समय ‘ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डयै विच्चै नमः’ मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें। इस मंत्र का जाप आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और सुख-समृद्धि लाने में मदद करता है।
- हनुमान मंदिर में दीपक जलाएं
- नवरात्रि के दौरान भगवान हनुमान को प्रसन्न करने के लिए हनुमान मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जलाएं । यह उपाय आपकी मनोकामनाओं को पूरा करने में सहायक हो सकता है।
- गुलाब के फूल और लौंग का जोड़ा चढ़ाएं
- मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए गुलाब के फूल के साथ लौंग का जोड़ा चढ़ाएं। इसे करने से देवी मां की कृपा जल्दी प्राप्त होती है।
- कन्या पूजन करें
- नवरात्रि के दौरान हर दिन एक कन्या का पूजन करें। कन्या पूजन मां दुर्गा को अत्यंत प्रिय है, और इससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
नवरात्रि पूजा विधि 2024
- पूजा: प्रतिदिन देवी दुर्गा की पूजा करें और मंत्रों का जाप करें।
- व्रत: नवरात्रि के दौरान व्रत रखने का भी प्रचलन है।
- भजन-कीर्तन: भजन-कीर्तन और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लें।
- दान: जरूरतमंदों को दान करें।
नवरात्रि व्रत में क्या खाएं और क्या न खाएं
- सिंघाड़े का आटा: Gluten-free रोटियाँ बनाने के लिए उपयुक्त।
- कुट्टू का आटा: उच्च प्रोटीन और ऊर्जा प्रदान करता है।
- साबूदाना: खिचड़ी या वड़ा बना सकते हैं।
- फल: सेब, केला, पपीता आदि।
- दही: पाचन के लिए अच्छा होता है।
- जागरी (गुड़): मिठाई के लिए प्राकृतिक विकल्प।
नवरात्रि में कौन सी चीज नहीं खानी चाहिए?
- सामान्य आटा: इसे व्रत के दौरान नहीं खाना चाहिए।
- मांस और मछली: नवरात्रि में इनका सेवन वर्जित है।
- चाय और कॉफी: कैफीन से दूर रहना बेहतर है।
- अल्कोहल: धार्मिक अनुष्ठानों के दौरान इसका सेवन नहीं करना चाहिए
Disclaimer : यह लेख लोक मान्यताओं पर आधारित है और इसे पेशेवर सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। यहां दी गई सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए NSC 9 NEWS उत्तरदायी नहीं है। किसी भी धार्मिक अनुष्ठान को करने से पहले किसी जानकार व्यक्ति या पुरोहित से सलाह अवश्य लें।
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