जयपुर, 26 सितम्बर – राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने गुरुवार को राज्य स्तरीय समारोह में ‘टोबैको फ्री यूथ कैंपेन 2.0’ का शुभारम्भ किया। इस कार्यक्रम का आयोजन दुर्गापुरा स्थित राज्य कृषि प्रबंध संस्थान में हुआ, जहां मंत्री ने उपस्थित प्रतिभागियों को तम्बाकू एवं नशा मुक्ति की शपथ दिलाई। उन्होंने प्रदेश को तम्बाकू मुक्त बनाने की दिशा में सभी से सक्रिय सहयोग की अपील की और इस अवसर पर ‘टोबैको फ्री यूथ कैंपेन’ के पोस्टर का भी विमोचन किया।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि युवाओं की भूमिका देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में अहम है, लेकिन इसके लिए उन्हें अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना जरूरी है। उन्होंने कहा, “युवाओं को तम्बाकू की लत छोड़ने के लिए प्रेरित करना हमारी जिम्मेदारी है, ताकि राजस्थान तम्बाकू मुक्त प्रदेश बन सके।”
राजस्थान को मिला राष्ट्रीय सम्मान
मंत्री ने बताया कि तम्बाकू नियंत्रण के प्रयासों के लिए राजस्थान को ‘टोबैको कंट्रोल एक्सीलेंस अवार्ड’ से सम्मानित किया गया है। उन्होंने विश्वास जताया कि जन-जागरूकता और सख्त नियमों की पालना से तम्बाकू मुक्त प्रदेश और ‘आयुष्मान राजस्थान’ की परिकल्पना को साकार किया जाएगा।
स्वास्थ्य के लिए तम्बाकू से खतरा
कार्यक्रम में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने बताया कि तम्बाकू से कैंसर, अस्थमा, हृदय रोग और टीबी जैसी घातक बीमारियों का खतरा बढ़ता है। उन्होंने बताया कि भारत में हर साल लगभग 13.5 लाख लोग तम्बाकू जनित रोगों से मरते हैं, जबकि राजस्थान में प्रतिदिन 200 लोग इसकी चपेट में आते हैं।
युवाओं को नशामुक्त जीवन के लिए प्रेरित करने का आह्वान
मिशन निदेशक एनएचएम भारती दीक्षित ने ‘टोबैको फ्री यूथ कैंपेन 2.0’ के तहत की जाने वाली गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस अभियान में तम्बाकू मुक्त शिक्षण संस्थान, तम्बाकू मुक्त ग्राम, और सोशल मीडिया के माध्यम से जनजागरूकता जैसे कई कदम उठाए जाएंगे।कार्यक्रम के अंत में निदेशक आईईसी शाहीन अली खान ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।