जयपुर, 29 सितम्बर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 114वें संस्करण में देशवासियों को संबोधित किया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी जयपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास पर आमजन के साथ प्रधानमंत्री के सम्बोधन को सुना।
अपने सम्बोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि मन की बात कार्यक्रम के 3 अक्टूबर को 10 साल पूरे होने जा रहे हैं। इन 10 वर्षों में देश वासियों ने अपना प्यार और आशीर्वाद संदेशों के माध्यम से लगातार उन्हें भेजा है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के श्रोता ही इसके असली सूत्रधार हैं, जो देश की उपलब्धियों को गर्व से सुनते हैं।
प्रधानमंत्री ने की राजस्थान की सराहना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक पेड़ मां के नाम अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि दृढ़ संकल्प के साथ जब सामूहिक भागीदारी का संगम होता है तो पूरे समाज के लिए अदभुत नतीजे सामने आते हैं। उन्होंने अभियान के तहत राजस्थान की उपलब्धियों की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि अगस्त माह में ही 6 करोड़ से अधिक पौधे लगाकर राजस्थान ने जन भागीदारी का अनूठा उदाहरण पेश किया है।
प्रधानमंत्री ने जलसंरक्षण का महत्व बताते हुए कहा कि छोटे-छोटे प्रयासों से जलसंकट से निपटने में बहुत मदद मिलती है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के झांसी, मध्य प्रदेश के रायपुरा एवं छतरपुर गांव का जिक्र किया जहां महिलाओं ने सामूहिक प्रयासों से वहां के तालाबों और नदियों को नया जीवन दिया।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2 अक्टूबर को स्वच्छ भारत अभियान के भी 10 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह अवसर उन लोगों के अभिनंदन का है जिन्होंने इसे भारतीय इतिहास का इतना बड़ा जन-आंदोलन बना दिया। ये महात्मा गांधी जी को भी सच्ची श्रद्धांजलि है, जो जीवनपर्यंत, इस उद्देश्य के लिए समर्पित रहे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेक इन इंडिया अभियान के इस महीने 10 साल पूरे हुए हैं। इस अभियान से गरीब, मध्यम वर्ग और लघु एवं सूक्षम उद्योगों को बहुत फायदा मिल रहा है। नरेंद्र मोदी ने स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करने पर जोर देते हुए देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि वे आगामी त्योहारों के सीजन में तथा आम जीवन में भी स्थानीय उत्पाद ही खरीदें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हम हमारी सांस्कृतिक विरासत पर गर्व करते है, तो दुनिया भी उसे सम्मान देती है। उन्होंने कहा कि उनकी अमेरिका यात्रा के दौरान अमेरिकी सरकार ने भारत को करीब 300 प्राचीन कलाकृतियों को वापस लौटाया है। जिनमें हजारों साल पुरानी, हाथी के दांत, लकड़ी, तांबा और कांसे जैसी चीजों से बनी कलाकृतियां शामिल हैं। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में मातृ-भाषा को सहेजने, पारंपरिक जड़ी-बूटियों की उपयोगिता और रचनात्मकता पर भी बात की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत, मेक इन इंडिया, एवं एक पेड़ मां के नाम जैसे अभियानों के माध्यम से देशवासियों को स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण एवं स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने का संदेश दिया है। सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने सकारात्मक एवं प्रेरणादायक विचारों से देशवासियों को सदैव प्रेरित करते हैं।