Home राजनीति प्रियंका गांधी की चुनावी एंट्री – एक ऐतिहासिक कदम

प्रियंका गांधी की चुनावी एंट्री – एक ऐतिहासिक कदम

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प्रियंका गांधी वाड्रा की पहली औपचारिक चुनावी एंट्री ने भारतीय राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है। 25 साल की राजनीतिक सक्रियता के बाद, प्रियंका अब केरल की वायनाड सीट से लोकसभा उपचुनाव लड़ रही हैं। गांधी परिवार से 8वीं सदस्य बनकर उन्होंने 23 अक्टूबर को नामांकन दाखिल किया।

25 साल बाद प्रियंका मैदान में 

52 साल की प्रियंका गांधी ने वायनाड में रोड शो के दौरान कहा, ‘मेरे पास राजनीति का 35 साल का अनुभव है। 17 साल की उम्र में पिता राजीव गांधी के साथ प्रचार अभियान में शामिल हुई थी, और अब पहली बार अपने लिए प्रचार कर रही हूँ।

प्रियंका की चुनावी एंट्री के साथ, गांधी परिवार का एक और सदस्य संसद पहुंचने की ओर अग्रसर है। राहुल गांधी लोकसभा में, सोनिया गांधी राज्यसभा में, और अगर प्रियंका जीतती हैं, तो गांधी परिवार के तीनों सदस्य एक साथ सांसद होंगे।

गांधी परिवार के सांसदों का इतिहास

राहुल गांधी – 34 साल की उम्र में पहली बार सांसद (2004)

वरुण गांधी – 29 साल की उम्र में सबसे युवा सांसद (2009)

इंदिरा गांधी – 47 साल की उम्र में सांसद (1964)

राजीव गांधी – 40 साल की उम्र में सांसद (1984)

वायनाड उपचुनाव का मुकाबला

वायनाड लोकसभा सीट पर प्रियंका का मुकाबला भाजपा की नव्या हरिदास और एलडीएफ के सत्यन मोकेरी से है। नव्या हरिदास ने दावा किया कि वे प्रियंका से अधिक अनुभवी हैं, जिससे प्रियंका का बयान और अधिक चर्चित हो गया।

प्रियंका गांधी ने अपने नामांकन के दौरान 12 करोड़ रुपए की संपत्ति घोषित की है। उनके पति रॉबर्ट वाड्रा के पास 65.54 करोड़ की संपत्ति है।

प्रियंका और रॉबर्ट वाड्रा की संपत्ति

प्रियंका गांधी की संपत्ति:

चल संपत्ति: ₹4.24 करोड़

अचल संपत्ति: ₹7.74 करोड़

रॉबर्ट वाड्रा की संपत्ति:

चल संपत्ति: ₹37.9 करोड़

अचल संपत्ति: ₹27.64 करोड़

गांधी परिवार का राजनीतिक सफर

प्रियंका पर्दे के पीछे से राजनीति में लंबे समय से सक्रिय रही हैं। 1999 में अपनी मां सोनिया गांधी के लिए अमेठी में इलेक्शन एजेंट बनीं, लेकिन औपचारिक चुनावी राजनीति में आने में उन्हें 25 साल लग गए।

वायनाड लोकसभा सीट राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। यहां 13 नवंबर को उपचुनाव होने वाले हैं।

गांधी परिवार की यह नई सदस्य भारतीय राजनीति में नया अध्याय लिखेगी या नहीं, इसका फैसला 13 नवंबर को होगा, जब वायनाड की जनता वोट डालेगी।

वोटिंग 13 नवंबर को, क्या प्रियंका गांधी रचेंगी इतिहास?

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