झुंझुनूं: मुकुंदगढ़ थाना इलाके की बलरिया ग्राम पंचायत में दिवाली से पहले एक युवक की हत्या के बाद माहौल tense हो गया है। युवक की मौत इलाज के दौरान जयपुर में हुई, जिसके बाद रविवार रात उसका शव गांव लाया गया। शव पहुंचते ही मृतक के परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी के बिना शव लेने से इनकार कर दिया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।
अपहरण और हत्या का मामला
मृतक युवक का नाम जाहिद है, जो 21 अक्टूबर को इलाके के कुछ लोगों द्वारा अपहरण के बाद घायल अवस्था में छोड़ा गया था। मृतक के भाई तौफिक ने 25 अक्टूबर को रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसमें बताया गया कि जाहिद को गाड़ी में बहला-फुसलाकर ले जाया गया। जब पिता मौके पर पहुंचे, तो आरोपियों ने जाहिद को मरा समझकर गाड़ी से पटक दिया और फरार हो गए।
मौत की सूचना
जाहिद को नवलगढ़ अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे सीकर और फिर जयपुर रेफर किया गया। रविवार सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
महिला का गंभीर आरोप
इस मामले में एक महिला ने 24 अक्टूबर को जाहिद के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें उसने आरोप लगाया कि जाहिद ने उसके घर में घुसकर उसके और उसकी बेटी के साथ गलत नीयत से हाथापाई की।
ग्रामीणों की नाराजगी
मृतक के परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की, जिसके कारण गांव में भारी भीड़ जमा हो गई। पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा भी मौके पर पहुंचे। नवलगढ़ डीएसपी राजवीर सिंह ने परिजनों और ग्रामीणों से बातचीत कर समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे गिरफ्तारी पर अड़ गए।
पुलिस की स्थिति
पुलिस ने शव को स्थानीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है और गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है, और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
यह घटना न केवल झुंझुनूं जिले में बल्कि पूरे क्षेत्र में एक गंभीर मुद्दा बन गई है, और पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती प्रस्तुत कर रही है।