राजस्थान: बारां जिले के अता के पास इंदौर से कोटा जा रही इंटरसिटी एक्सप्रेस को पलटाने की एक चौंकाने वाली साजिश का मामला सामने आया है। रेलवे ट्रैक पर भारी-भरकम पत्थर रखे गए थे, लेकिन ट्रेन के लोको पायलट की तत्परता ने एक बड़ी दुर्घटना को टाल दिया।
घटना की जानकारी
कोटा रेल मंडल में यह घटना उस समय हुई जब ड्राइवर ने अचानक ट्रैक पर कुछ असामान्य गतिविधि देखी। उसने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका, जिससे ट्रैक पर रखे पत्थरों की वजह से संभावित डिरेलमेंट से बचा जा सका। अगर ड्राइवर ने समय रहते ब्रेक नहीं लगाए होते, तो एक बड़ा हादसा हो सकता था।
सुरक्षा उपाय और जांच
घटना की सूचना मिलते ही रेलवे विभाग में हड़कंप मच गया। जीआरपी की टीम मौके पर पहुंच गई और मामले की जांच शुरू कर दी। सवाल उठता है कि ये पत्थर रेलवे ट्रैक पर कैसे आए, और क्या यह किसी की सोची-समझी साजिश थी। जांच टीम ने तुरंत ट्रैक को साफ किया और ट्रेन को कुछ देर बाद रवाना किया।
ड्राइवर की भूमिका
लोको पायलट की सूझबूझ ने इस स्थिति को संभाला। उसने ट्रैक पर पत्थरों को देखा और रेलवे मास्टर तथा कंट्रोल रूम को तुरंत सूचित किया। इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए रेलवे कर्मचारियों की सतर्कता अत्यंत आवश्यक है।
निष्कर्ष
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि सुरक्षा हमेशा प्राथमिकता होनी चाहिए। रेलवे अधिकारियों ने इस मामले में गंभीरता से जांच करने का आश्वासन दिया है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। यात्रियों की सुरक्षा के लिए ऐसे प्रयास जरूरी हैं, जिससे उन्हें सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिल सके।