अमेरिकी राजनीति में एक बार फिर इतिहास रचते हुए डोनाल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है। उन्होंने बहुमत की 270 सीटों के मुकाबले 277 सीटें हासिल कीं, जिससे वह दूसरे विश्वयुद्ध के बाद पहले राष्ट्रपति बन गए हैं जिन्होंने हारने के बाद पुनः राष्ट्रपति पद हासिल किया है। डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस ने कड़ी टक्कर दी, पर 224 सीटों तक ही सीमित रह गईं।
ट्रम्प का राजनीतिक सफर
डोनाल्ड ट्रम्प पहली बार 2016 में राष्ट्रपति बने थे, लेकिन 2020 में उन्हें जो बाइडेन के हाथों हार का सामना करना पड़ा। उनकी यह वापसी उन्हें अमेरिकी इतिहास में एक अनोखा स्थान देती है, जहां उन्होंने दो बार महिला उम्मीदवार को हराया। इससे पहले 2016 में हिलेरी क्लिंटन को हराकर भी उन्होंने इतिहास रचा था।
अमेरिकी संसद में भी रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत
सिर्फ राष्ट्रपति पद ही नहीं, बल्कि अमेरिकी संसद के ऊपरी सदन सीनेट में भी ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी ने बहुमत हासिल किया है। 34 सीटों पर हुए इस चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी ने 51 सीटें प्राप्त कीं, जो बहुमत के लिए आवश्यक है। वहीं, हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में भी रिपब्लिकन पार्टी बहुमत के करीब पहुंच गई है।
जीत के बाद ट्रम्प का भाषण
जीत के बाद ट्रम्प ने जनता को संबोधित करते हुए कहा, “मैं एक बार फिर अमेरिका को महान बनाऊंगा। भगवान ने मुझे इस दिन के लिए बचाया। हमने जो किया वह असंभव लग रहा था।” इसके अलावा, उन्होंने भविष्य में अमेरिकी जनता की बेहतरी के लिए काम करने का वादा किया।
स्विंग स्टेट्स में बढ़त और विस्कॉन्सिन में जीत
ट्रम्प की जीत का एक बड़ा कारण स्विंग स्टेट्स में उनकी बढ़त रही। ट्रम्प ने 7 स्विंग स्टेट्स में से 3 को जीत लिया और 4 में बढ़त बनाए रखी। विस्कॉन्सिन में भी उन्हें बड़ी जीत मिली, जहां पिछले चुनाव में बाइडेन विजेता थे। इस राज्य की जीत ने उनकी राष्ट्रपति पद की दौड़ को और मजबूत बना दिया।
ट्रंप की जीत पर विश्व के नेताओं की प्रतिक्रियाएँ
ट्रम्प की इस ऐतिहासिक जीत पर विश्व नेताओं ने बधाई दी। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू सहित कई नेताओं ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रियाएं साझा कीं और ट्रम्प के साथ आगे काम करने की आशा जताई।