Home करियर राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर के राजस्थान अध्ययन केंद्र द्वारा आज “विश्व मानचित्र पर राजस्थान” विषय पर एक विशेष व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया

राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर के राजस्थान अध्ययन केंद्र द्वारा आज “विश्व मानचित्र पर राजस्थान” विषय पर एक विशेष व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया

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यह कार्यक्रम राजस्थान के वैश्विक योगदान को रेखांकित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया, जिसमें राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और सामाजिक विरासत पर गहन चर्चा हुई।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रवि कुमार अय्यर भारतीय संपर्क विभाग के सदस्य ने अपने प्रेरक उद्बोधन में राजस्थान की वैश्विक पहचान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “राजस्थान की कला, संस्कृति, और परंपराएं न केवल भारत बल्कि विश्व स्तर पर अपनी अमिट छाप छोड़ती रही हैं। यहाँ की विचारधाराएं और जीवनशैली वैश्विक मंच पर प्रेरणा का स्रोत रही हैं।”

विशिष्ट अतिथि विभाग प्रचारक प्रशांत कुमार ने युवाओं को संबोधित करते हुए राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने राजस्थान की गौरवशाली विरासत का उल्लेख करते हुए कहा कि यहाँ की कहानियाँ और इतिहास युवाओं को अपने मूल्यों से जोड़े रखने का कार्य करते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राजस्थान विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अल्पना कटेजा ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “ऐसे आयोजन न केवल छात्रों में बौद्धिक जागरूकता बढ़ाते हैं, बल्कि उन्हें अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़कर वैश्विक दृष्टिकोण प्रदान करते हैं।”

कार्यक्रम का कुशल संचालन प्रियंका गर्ग ने किया, जिन्होंने सभी वक्ताओं के विचारों को सहजता से जोड़ा। समापन सत्र में राजस्थान अध्ययन केंद्र की निदेशक डॉ. दीपिका विजयवर्गीय ने सभी अतिथियों, प्राध्यापकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अनेक प्राध्यापक, शोधार्थी और विद्यार्थी उपस्थित रहे, जिन्होंने इस विचारोत्तेजक सत्र से प्रेरणा प्राप्त की। कार्यक्रम ने राजस्थान की वैश्विक महत्ता को नई पीढ़ी तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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