दिव्य गौड़,जयपुर। राजस्थान की विधानसभा में सबसे चर्चित सीट मालवीय नगर विधानसभा है। कहीं वर्षों से लगातार मालवीय नगर विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी ने अपना वर्चस्व बना रखा है। लगातार कहीं बाहर विधायक रहे कालीचरण सराफ को पिछली बार कांग्रेस प्रत्याशी अर्चना शर्मा से 1704 वोटो के अंतराल पर जीतने पर इस बार मालवीय नगर विधानसभा में कांग्रेस भी अपना दम खम दिखाने के लिए मजबूत प्रत्याशी को चेहरा बनाएगी। वही भाजपा से कहीं दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। जो कालीचरण सराफ के टिकट कटने का इंतजार कर रहे हैं।
वही कालीचरण सराफ अपने कार्यकर्ताओं के बीच लगातार मज़बूती से पकड़ बनाए हुए हैं। वह पहले की भांति हमेशा अपने कार्यकर्ताओं के साथ खड़े नजर आते हैं। वहीं आमजन की बात की जाए तो कालीचरण सराफ अपने विधानसभा क्षेत्र के आम व्यक्तियों के कार्य के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। सुबह के समय अपने घर पर जनता दरबार लगाते हैं बाद में वही अपने क्षेत्र में विभिन्न जगह घूम कर अपने कार्यकर्ताओं को मजबूत करते नजर आ रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के कहीं ऐसे पदाधिकारी है जो मालवीय नगर विधानसभा सीट पर अपनी नजर गढ़ाई बैठे हैं। कहीं दावेदारों का मानना है कि इस बार कालीचरण सर्राफ को पार्टी टिकट नहीं देगी। इसलिए वह अपनी दावेदारी को मजबूत करने के लिए कार्यकर्ताओं से संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं।
कहीं कार्यकर्ता अपना बायोडाटा तैयार कर पार्टी के बड़े नेताओं के पास पहुंच रहे हैं जहां से उनका टिकट मिलने की उम्मीद है।इस बार वही कांग्रेस के दावेदारों को भी ऐसा महसूस हो रहा है कि वो इस बार अपनी सीट को निकालने में कामयाब रहेंगे।
वहीं स्थानीय जनता और राजनीति में रुचि रखने वाले लोगों से बात करने के बाद पता चलता है कि अगर कालीचरण सर्राफ को टिकट नहीं मिलता है तो कांग्रेस प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित मानी जाएगी।
क्योंकि 35 साल से राजनीति का अनुभव रखने वाले नेता कालीचरण सर्राफ जो जोहरी बाजार विधानसभा क्षेत्र से मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में परिवर्तन हुए विधानसभा क्षेत्र में लंबे समय से अपनी पकड़ बनाए हुए हैं।
2023 के चुनाव में यह देखना है कि मालवीय नगर विधानसभा सीट पर पार्टी किस मौका देती है। कौन है जो मालवीय नगर विधान सभा क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़ से जन समस्याओं का समाधान करवा सकता है।