राजस्थान में कानून व्यवस्था बनाए रखने के मामले में बीजेपी के नेता हमेशा से ही गहलोत सरकार को घेरते रहे हैं।सांचौर सहित प्रदेश भर में अपराधी इतने बेखौफ हैं कि दिनदहाड़े वारदातों को अंजाम दे रहे है. अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं इसका अंदाजा इस बात लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मंत्री सुखराम बिश्नोई और उनके दो बेटों को व्हाट्सएप कॉल के जरिए जान से मारने की धमकी मिली।
इस मामले का मुख्य संदिग्ध पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। वहीं, पुलिस ने आरोपी को दूसरी बार गिरफ्तार किया. दरअसल, 14 अगस्त को सांचौर में लक्ष्मण देवासी की हत्या करने वाले अपराधी और गैंगस्टर विष्णु खुडाला ने गहलोत के राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई के बेटे डॉ. भूपेन्द्र बिश्नोई को फोन किया था. “हम तुम्हारा, तुम्हारे भाई, और तुम्हारे बाप का भी वही हाल करेंगे जो हमने लक्ष्मण देवासी का किया था. चुपचाप घर बैठे रहो हमारे आदमी अभी भी वहीं घूम रहे हैं.”
फोन पर ऐसी धमकियां मिलने के बाद 20 अगस्त को डॉ. भूपेन्द्र बिश्नोई ने सांचौर थाने में मामला दर्ज कराया. इस मामले में, भजनलाल बिश्नोई को सांचौर जिला पुलिस ने 22 अगस्त को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने 23 अगस्त से 25 अगस्त तक उसे डिमांड पर लेकर पूछताछ की। उसके बाद फिर 25 अगस्त से 27 अगस्त की डिमांड पर लिया, लेकिन इस मामले में धमकी देने वाला मुख्य आरोपी विष्णु खुडाला अभी भी फरार है. इसकी जानकारी पुलिस को भी नहीं है.
दूसरी ओर, आरोपी भजनलाल बिश्नोई ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने विष्णु खुडाला के निर्देश पर एक महिला के फोन नंबर से वकील के कार्यालय को एक व्हाट्सएप संदेश दिया था. बाद में विष्णु खोडाला ने डॉ. भूपेन्द्र बिश्नोई को मुझे यह नंबर भेजने के लिए धमकी दी।
डॉ. भूपेन्द्र बिश्नोई ने बताया कि धमकी देने वाले शख्स ने उनसे कहा कि अगर उसने उसका नाम बताया तो हम और मेरे पिता अपनी जान से हाथ धो बैठेंगे. उसी रात भाई के फोन पर एक इंटरनेशनल नंबर से कॉल आई। हालांकि मेरे भाई ने फोन का जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि बार-बार फोन करने के बाद उनके पिता ने उनसे कहा कि वह एफआईआर दर्ज कराएंगे. डॉ. भूपेन्द्र बिश्नोई ने कहा कि सांचौर में एकदम माहौल शांत था और उन लोगों ने दिनदहाड़े हत्या करके माहौल खराब कर दिया है. अब हमें कह रहे हैं. घर के अंदर बैठ जाओ, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं.