राजस्थान से सटे सीमावर्ती राज्य पंजाब और हरियाणा और अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे पाकिस्तान पानी और बिजली बटवारे को लेकर विवादों में रहे हैं। इस अंतर्राजीय विवाद के समाधान के लिए राजस्थान सरकार के जल संसाधन विभाग ने गतिविधि शुरू की हैं।गंग कैनाल खखां हैड से शिवपुर हैड तक पानी चोरी पर अंकुश लगाने जल संसाधन विभाग द्वारा गश्ती दलों का गठन किया गया है।
जल संसाधन वृत्त गंगनहर के एसई धीरज चावला ने बताया कि गश्ती दल मय पुलिस जाब्ता आवंटित क्षेत्र में 30 अगस्त से 30 सितम्बर 2023 तक गंग कैनाल के पंजाब भाग में गश्त के दौरान पंजाब सिंचाई अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर प्रभावी सतत् निगरानी रखते हुए समुचित कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित करेंगे। इसकी मॉनीटरिंग अधिशाषी अभियंता, जल संसाधन गंगनहर रेग्युलेशन खण्ड श्रीगंगानगर की ओर से की जायेगी।
उन्होंने बताया कि पहले गश्ती दल में शामिल विनोद बैरवा, कनिष्ठ अभियंता, विजय कुमार कांटीवाल, कनिष्ठ अभियंता, पतराम और नेतराम बेलदार बीकानेर केनाल (पंजाब भाग) की आर.डी. 180.000 से 275.000 की निगरानी करेंगे। इसी तरह दूसरे दल में शामिल कृष्ण कुमार, कनिष्ठ अभियंता, जगमीत सिंह, कनिष्ठ अभियंता, राजू और प्रेमसिंह, बेलदार बीकानेर केनाल (पंजाब भाग) की आर.डी. 275.000 से 368.000 की निगरानी करेंगे। बीकानेर केनाल (पंजाब भाग) की आर.डी. 368.000 (खखां हैड) से आर.डी. 395.000 एवं बीकानेर कैनाल की आर.डी. 39.000 से आर.डी. 423.000 की निगरानी तीसरे दल में शामिल रामनिवास मीणा, कनिष्ठ अभियंता, नरेन्द्र सैनी, कनिष्ठ अभियंता, राकेश और कालूराम बेलदार करेंगे।
उन्होंने बताया कि तीनों गश्ती दलों को वाहन भी आवंटित वाहन किए गए हैं। पहले और दूसरे गश्ती दल के प्रभारी अजीत घासल, सहायक अभियंता, जल संसाधन, गंगनहर रेग्यूलेशन उपखण्ड शिवपुर, मुख्यालय श्रीगंगानगर एवं तीसरे गश्ती दल के प्रभारी अतुल कुमार शर्मा, सहायक अभियंता, जल संसाधन गंगनहर रेग्यूलेशन उपखण्ड, श्रीगंगानगर होंगे। उन्होंने बताया कि उक्त गश्ती दल उन्हें आवंटित क्षेत्र का भ्रमण करेंगे तथा पानी चोरी पाये जाने पर उसकी जी.पी.एस. फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी कराई जाएगी।
विषय के जानकार विभाग के विभाग के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि पानी की रोकने के लिए गश्ती दल का गठन किया जाना स्वागत योग्य कदम है लेकिन जमीनी हकीकत पर इसे रोक पाना बहुत ही कठिन और दुष्कर कार्य हैं