प्रदेश में माह अगस्त में 8 अगस्त तक विद्युत आपूर्ति सामान्य रही है लेकिन मानसून की कमी के कारण 9 अगस्त से विद्युत की मांग में उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है l विद्युत की औसत मांग 3311 लाख यूनिट प्रतिदिन रही जो की गत वर्ष इसी माह की तुलना में 39 प्रतिशत अधिक है l विद्युत की अधिकतम मांग 3607 लाख यूनिट/17548 मेगावाट रही है जो कि अभी तक की सर्वाधिक है l प्रदेश की विद्युत वितरण निगमो द्वारा किसी भी एक माह में अभी तक की अधिकतम विद्युत की आपूर्ति माह अगस्त के दौरान की गई है l अधिकतम मांग की आपूर्ति के बावजूद भी माह अगस्त के दौरान पूरी मांग की पूर्ति नहीं की जा सकी है तथा कुछ दिनों में ग्रामीण क्षेत्रों में एक से डेढ़ घंटे की विद्युत कटौती भी करनी पड़ी है l मानसून की कमी के कारण राजस्थान के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी अगस्त माह में विद्युत की मांग में अप्रत्याशित वृद्धि रही है और 31 अगस्त को देश में अधिकतम मांग 239000 मेगावाट दर्ज की गई है जो की एक रिकॉर्ड है l विद्युत की मांग की तुलना के सापेक्ष उपलब्धता में राष्ट्रीय स्तर पर कमी हो गई है l मानसून की बेरुखी को देखते हुए माह सितंबर में भी यही परिदृश्य देखा जा रहा है तथा माह के पहले दिन ही विद्युत की मांग 3688 लाख यूनिट/17 688 मेगावाट रही है l किसानों व घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को मांग के अनुसार विद्युत उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु पुरजोर प्रयास किया जा रहे हैं और आवश्यकता पड़ने पर उद्योगों पर सप्ताह में दो दिन व शहरी क्षेत्र में सुबह 1 घंटे की घोषित विद्युत कटौती भी अमल में लाई जा रही है l विद्युत की लगातार बढ़ती हुई मांग को देखते हुए ऊर्जा विभाग ने उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है की प्रत्येक उपभोक्ता अपने विद्युत उपभोग को नियंत्रित करें तो राज्य में कुल एक करोड़ 80 लाख विद्युत उपभोक्ता विद्युत की मांग को कम करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं l