सीकर में अवैध तरीके से भ्रुण लिंग परीक्षण करने व गर्भपात करवाने वाली गैंग का खुलासा करते हुए पीसीपीएनडीटी टीम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तीनों शातिर अवैध गर्भपात व लिंग परीक्षण के नाम से हजारों रुपए की ठगी कर चुके है। पैथ लैब का संचालक दलालों के जरिए डॉक्टर बन कर लोगों को धोखा दे रहा था। लैब संचालक बच्चो की दिल की धड़कने जांचने वाली (फीटल डॉपलर )मशीन से फर्जी भ्रुण परीक्षण करने का कार्य करता था।
अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य शुभ्रा सिंह ने बताया कि इस मामले में आरोपी सुभाष चंद्र पुत्र नवलाराम निवासी चंद्रपुर सांवली सीकर, रामनिवास पुत्र रामेश्वर लाल निवासी मुंडवाड़ा सीकर और रामेश्वर लाल पुत्र नारायण राम ग्राम सांवली सीकर को गिरफ्तार किया है। मुखबिर के जरिए सीकर शहर व उसके आसपास के इलाकों में एक अज्ञात गिरोह की ओर से प्रेग्नेंट महिलाओं की भ्रूण लिंग जांच किए जाने की सूचना प्राप्त हो रही थी। सूचना की पुष्टि के बाद एक डिकॉय दल बनाया गया। डिकॉय प्रेग्नेंट महिला व सहयोगी ने दलाल सुभाष चंद और रामेश्वर लाल से बातचीत की।भ्रूण लिंग जांच करवाने के 70 हजार रुपए तये हुए।
ऐसे आए आरोपी गिरफ्त में
दलाल सुभाष चंद ने डिकॉय प्रेग्नेंट महिला और सहयोगी को एस.के कॉलेज के पास बुलाया। दोनों दलाल अपनी गाड़ी में उन्हें खूड लोसल रोड पर लेकर गए। चलती गाड़ी में फेक डॉक्टर बन रामनिवास ने फिटल डॉपलर मशीन से फर्जी सोनोग्राफी कर डिकॉय गर्भवती महिला को मनगढ़ंत भ्रूण लिंग की जानकारी दी। इसके एवज में तीनों आरोपियों ने 70 हजार रुपए ऐंठ लिए। आरोपी डॉक्टर रामनिवास ने यह भी कहा कि ऑबोशन करवाना चाहते हो तो उनके हॉस्पिटल में करवा देगा। जिसके अलग से फीस 10 हजार रुपए लगेगी। पीसीपीएनडीटी टीम ने कार्रवाई कर तीनों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से मशीन और लिए गए 70 हजार के हुबहु नोट बरामद किए है।