जयपुर। पुलिस मुख्यालय क्राइम ब्रांच की टीम ने ब्यावर जिले के जैतारण थाना क्षेत्र में अवैध मादक पदार्थ तस्करी के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की है। टीम की सूचना पर थाना पुलिस ने नाकाबंदी कर पिकअप गाड़ी से 63 लाख रुपए कीमत का 625 किलो 480 ग्राम डोडा पोस्त की खेप बरामद की है। गिरफ्तार तस्कर महेंद्र जाट पुत्र हेमाराम (23) गांव बेनण थाना कापरड़ा जिला जोधपुर का रहने वाला है। आरोपी कोटा की तरफ से मादक पदार्थ तस्करी कर जोधपुर ले जा रहे थे।
महानिरीक्षक पुलिस अपराध प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि स्टेट क्राइम ब्रांच की मादक पदार्थ तस्करी की रोकथाम की यह एक और बड़ी कार्रवाई है। क्राइम ब्रांच के एएसआई बनवारी लाल शर्मा को प्राप्त आसूचना पर एडिशनल एसपी राजेश मलिक व नरोत्तम लाल वर्मा के नेतृत्व में एक टीम तैयार कर सूचना को डवलप करने भेजा गया।
महानिरीक्षक पुलिस अपराध प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि प्राप्त सूचना को डवलप कर टीम ने जैतारण पहुंच एसएचओ को बताया कि बर की तरफ से एक पिकअप आ रही है जिसमें सब्जी भरने के खाली कैरट की आड़ में मादक पदार्थ लाया जा रहा है। इस पर जैतारण बायपास जोधपुर रोड तिराहे पर नाकाबंदी कर सन्दिग्ध पिकअप को रोकने का इशारा किया तो कुछ दूरी पर चालक ने गाड़ी रोक दी। रुकते ही पिकअप में से दो युवक भागने लगे। खाली प्लाट व खेतों की तरफ भाग कर चालक फरार हो गया। साइड में बैठा युवक भागने के प्रयास में गिर गया, जिसे पुलिस टीम ने पकड़ लिया।
आईजी क्राईम ने बताया कि गाड़ी की तलाशी ली गई तो सब्जी के खाली कैरट के नीचे 32 प्लास्टिक के कट्टे छुपाए हुए थे। जिसमें उच्च क्वालिटी का कुल 625 किलो 480 ग्राम अवैध डोडा पोस्ट भरा था। पिकअप के चेचिस और इंजन नंबर भी घिसे हुए पाए गए। अवैध डोडा पोस्त से भरी गाड़ी जप्त कर आरोपी महेंद्र जाट को एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार किया गया
महानिरीक्षक पुलिस अपराध प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार आरोपी महेंद्र ने बताया कि वह और उसके साथी सुमेर डांगी, राकेश डूकिया व सुनील दिण्डा कापरड़ा से एक स्विफ्ट कार और पिकअप लेकर कोटा पहुंचे तो उसे हाईवे पर उतार साथी आगे चले गए। शुक्रवार सुबह करीब 4:00 बजे पिकअप में अवैध डोडा पोस्त भरकर हाईवे से उसे वापस पिकअप में बैठा लिया। पिक अप सुनील जाट चल रहा था। स्विफ्ट कार में सुमेर, राकेश और एक बाड़मेर जिले का व्यक्ति माल भरने के बाद बैठा था जो उनसे एक दो किलोमीटर आगे चलकर एस्कॉर्ट कर रहे थे। उनकी व्हाट्सएप कॉल पर बातचीत हो रही थी।
आईजी ने बताया कि मामले का अग्रिम अनुसंधान एसएचओ रायपुर द्वारा किया जा रहा है। इस कार्रवाई में विशेष भूमिका एएसआई बनवारी लाल शर्मा की रही। टीम में हेड कांस्टेबल सुरेश कुमार, सोहन सिंह, राकेश जाखड़, कांस्टेबल जितेन्द्र कुमार व कुलदीप सिंह शामिल थे।