राजस्थान में पूर्व विधानसभा स्पीकर कैलाश मेघवाल ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं पर एक बार फिर जुबानी हमला बोला है. लिहाजा प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कैलाश मेघवाल ने पार्टी के नोटिस का जवाब देते हुए उसे सार्वजनिक किया. उन्होंने कहा, मैंने पीएम नरेंद्र मोदी को लंबी-चौड़ी चिट्ठी लिखी है. मेघवाल ने कहा, बीजेपी में आयातित नेता हावी हैं. सीपी जोशी एनएसयूआई से आए हुए हैं. नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ जनता पार्टी से आए हैं. दोनों का ही जनसंघ और पार्टी की विचारधारा से कोई लेना-देना नहीं है.
बहरहाल,कैलाश मेघवाल ने आगे कहा, अर्जुन मेघवाल भ्रष्ट अफसर रहे हैं. उद्योग सेवा से लेकर कलेक्टर रहने तक अर्जुन मेघवाल ने कई भ्रष्टाचार किए. चूरू में कलेक्टर रहते सैनिक विधवा के कोटे से हाउसिंग बोर्ड से गलत लोगों को जमीन आवंटित की गई. इसकी शिकायत हुई और ACB ने मामला दर्ज किया. इनकी दो बार जांच हुई, दबाव में एफआर पेश की. सेशन कोर्ट जज ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि इस केस में दबाव बनाया जा रहा है. वही मेघवाल ने कहा, मैंने पीएम मोदी को भी अर्जुन मेघवाल को हटाने के लिए चिट्ठी लिखी है. अर्जुन मेघवाल ने चुनाव आयोग को झूठा एफिडेविट दिया, इनके खिलाफ केस चले, सांसदी जा सकती है.
वही पार्टी से निष्कासन पर विधायक कैलाश मेघवाल ने कहा, पार्टी ने मुझे निष्कासित किया है, मैं इसका स्वागत करता हूं, मैं चुनाव लड़ूंगा और भारतीय जनता पार्टी को हजारों वोटो से हराऊंगा. अब सियासी गलियारों में सवाल यह है की मेघवाल कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे या फिर किसी विकल्प के सहारे चुनावी मैदान में उतरेंगे.
दरअसल, पूर्व राज्यसभा सांसद ओंकार सिंह ने बताया कि कैलाश मेघवाल को निष्कासित कर दिया गया है. प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने यह फैसला लिया है. उन्होंने कहा, कैलाश मेघवाल के निरंतर अपनी ही पार्टी और नेताओं पर हमलावर रुख रखने और पार्टी को सार्वजानिक रूप से बदनाम करने के कृत्य के चलते प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने आज उन्हें निलंबित कर दिया. सांसद ओंकार सिंह लखावत ने जानकारी देते हुए बताया, पूर्व में भी मेघवाल को नोटिस जारी किया गया था, जिसका जवाब देने की जगह उन्होंने पार्टी के विरोध में प्रेस के सामने वो बाते रखीं, जो कि पार्टी संविधान के अनुसार प्रतिबंधित है, जिसके चलते उन्हें निलंबित कर दिया है. अब यह देखने वाली बात होगी कि आने वाले दिनों में कैलाश मेघवाल अपनी नई सियासी पारी किस पार्टी के साथ शुरू करते हैं.