कांग्रेस छोड़कर हाल ही में भाजपा में शामिल हुई और केंद्रीय मंत्री नाथूराम मिर्धा की पोती पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा ने कहा कि अगर हनुमान बेनीवाल में दम है तो वे गठबंधन को छोड़कर अकेले चुनाव लड़े तो उन्हें पता चल जाएगा।उन्होंने कहा कि मुझे हराने के लिए भाजपा से गठबंधन किया था लेकिन अब वह उनके पास गठबंधन नहीं है मैं खुद भाजपा में हूं और भाई चुनाव लड़ने के लिए मैं उन्हें बताऊंगी कैसे चुनाव लड़ा जाता है।
भाजपा में शामिल होने के बाद पहली बार शुक्रवार को भाजपा मुख्यालय पर पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा पहुंची। वहां पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने उनका स्वागत किया। ज्योति मिर्धा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हनुमान बेनीवाल मुझ पर आरोप लगाते हैं कि ईडी और सीबीआई के डर से मैंने भाजपा ज्वाइन की है। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि मेरे खिलाफ कोई ईडी और सीबीआई की जांच नहीं है। वे गलत आरोप लगाकर मुझे बदनाम कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि मेरा और मेरे परिवार का एफआईआर में नाम नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं किसी के दबाव में आने वाली नहीं हूं।
ज्योति मिर्धा ने कहा कि कांग्रेस के स्थानीय कारण के कारण मैंने भाजपा ज्वाइन की है। उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्रीय पार्टियां मजबूत हो रही है और हमारे काम नहीं हो पा रहे थे । कांग्रेस का माहौल खराब हो चुका था। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सीधा आरोप लगाया कि उन्होंने मेरा सहयोग नहीं किया मैं चुनाव हार गई थी। भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व मेरे संपर्क में था उन्होंने मुझे आमंत्रित किया और मैं भाजपा में आ गई।