प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा काम की गारंटी देना अचंभित करता है क्योंकि वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान की जनता से ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देकर 13 जिलों की प्यास बुझाने का वादा किया था लेकिन पीएम मोदी ने राजस्थान की जनता से सौतेला व्यवहार करते हुए उस वादे को भुला दिया। जिस कारण प्रदेश की जनता पीएम मोदी के वादों को गारंटी की बजाए जुमला समझती है। राज्यसभा में मैंने यह विषय उठाया था केन्द्र सरकार द्वारा गोल-मोल जवाब दिया था।
राज्यसभा में कांग्रेस दल के उप नेता प्रमोद तिवारी ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, जयपुर पर मंगलवार को पत्रकारों सेबातचीत करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने चुनाव से पूर्व 15 लाख रूपये हर खाते में आने, दो करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष देने, किसानों की आय दोगुनी करने, मंहगाई कम करने, चीन को लाल ऑंख दिखाने जैसे अनेक वादे किये थे किन्तु ये वादे कब पूरे हुए इस बात की जानकारी पीएम मोदी को जनता के सामने प्रस्तुत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राजस्थान में अब तक जितनी भी भाजपा सरकारों ने काम किए उससे कहीं अधिक काम पिछले 5 वर्ष में गहलोत सरकार ने किए हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने लोगों पर मंहगाई और बेरोजगारी का बोझ डाला, किन्तु राजस्थान की सरकार ने जनता को मंहगाई से राहत देते हुए रोजगार की गारंटी दी है।
उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार की दस गारंटी से प्रदेश की जनता लाभान्वित हुई है। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के तहत् जो 25 लाख रूपये तक का मुफ्त ईलाज, 10 लाख रूपये मुफ्त दुर्घटना बीमा, 500 रूपये में सिलेण्डर, हर घर 100 यूनिट बिजली फ्री, किसानों को 2000 यूनिट बिजली फ्री, पशुपालकों को 40 हजार रूपये का बीमा, मनरेगा में 125 दिन का रोजगार, शहरी इंदिरा गारंटी रोजगार योजना, एक हजार रूपये न्यूनतम पेंशन, महिलाओं को मुफ्त मोबाईल, कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम दी है, ऐसी योजनायें पूरे देश में किसी राज्य में लागू नहीं है जिस कारण राजस्थान की जनता का विश्वास कांग्रेस पर है ना कि प्रधानमंत्री के झूठे वादों पर। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी बतायें कि जितना कार्य राजस्थान की गहलोत सरकार ने किया है उतना किसी अन्य भाजपा शासित प्रदेश में हुआ है क्या?
तिवारी ने कहा कि पीएम मोदी जब राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगातें हैं तो वह राजस्थान की जनता का अपमान करते हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान में अपराधियों के खिलाफ तुरंत कार्यवाही करते हुए उन्हें कठोरतम सजा दिलवाई जाती है लेकिन पीएम मोदी को मध्यप्रदेश और हरियाणा में किस प्रकार महिलाओं व दलितों के साथ दुर्व्यवहार और अपराध हो रहे हैं दिखाई नहीं देता।
उन्होंने कहा कि राजस्थान की सरकार संवेदनशीलता के साथ अपराधियों को सजा दिलाते हुये पीडि़त को न्याय दिलाती है किन्तु भाजपा की हरियाणा और मध्यप्रदेश की सरकारों ने अपराधियों को संरक्षित किया, ये भाजपा एवं कांग्रेस सरकारों के बीच अपराधों के प्रति सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने जिस प्रकार जनकल्याणकारी कार्य करते हुये लोगों को लाभान्वित किया है उससे यह साबित है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत देश के सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा एक डूबता हुआ जहाज है, जिस कारण एनडीए के घटक दल छोडक़र जा रहे हैं, कल ही एआईएडीएमके है जिसने एनडीए से पीएम मोदी की कार्यशैली से नाराज होकर नाता तोड़ा है। उन्होंने कहा कि एनडीए शामिल अन्य दल व नेता भी केवल देश में आचार संहिता का लगने का इंतजार कर रहे हैं उसके पश्चात् भाजपा के अनेक समर्थक दल विरोध में खड़े होंगे। उन्होंने कहा कि एनडीए में विघटन से तय है कि आने वाले समय में एनडीए एवं भाजपा का वोट शेयर घटेगा तथा लोकसभा चुनावों में भाजपा एवं एनडीए को इण्डिया गठबंधन के सामने करारी शिकस्त का सामना करना पड़ेगा।
उन्होंने राजस्थान की महान् जनता से अनुरोध किया है कि मोदी सरकार लोकतंत्र को खत्म कर रही है, इस सरकार को भाजपा कार्यकर्ताओं से ज्यादा भरोसा अपने फ्रन्टल ओर्गेनाईजेशन की तरह काम कर रही ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स पर है, इसलिये लोकतंत्र विरोधी भाजपा को शासन हटाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि डर के कारण अनेक दल भाजपा का साथ चुनाव की घोषणा होने तक देंगे उसके पश्चात् बहुत से दल भाजपा का साथ छोड़ देंगे, यह बात वे अपने अनुभव तथा संसद में विभिन्न सांसदों से हुई बातचीत के आधार पर कह रहे हैं।