जयपुर । पुलिस मुख्यालय सीआईडी क्राइम ब्रांच की टीम ने चित्तौड़गढ़ जिले के निंबाहेड़ा थाना इलाके में स्थानीय पुलिस के सहयोग से नकली गुटखा बनाने वाली फैक्ट्री पर छापा मार कर करीब 25 करोड रुपए मूल्य का नकली गुटखा, उपकरण व कच्चा माल जप्त किया है। मौके पर मिले फैक्ट्री के मैनेजर और सुपरवाइजर को थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया जबकि लेबर को हिरासत में लिया गया।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि संगठित अपराधों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत सीआईडी क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा मंगलवार को निंबाहेड़ा सदर इलाके में यह कार्रवाई की गई है। टीम के सदस्य चित्तौड़गढ़ से अटैच हेड कांस्टेबल महावीर सिंह को लंबे समय से थाना क्षेत्र में नकली गुटखा के कारोबार किये जाने की सूचना मिली थी।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशा राम चौधरी के सुपरविजन तथा पुलिस निरीक्षक राम सिंह नाथावत के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल महावीर सिंह व कांस्टेबल रमेश चंद्र द्वारा एक महीने से इस सूचना को विकसित किया जा रहा था। पुख्ता होने पर देर रात एसएचओ निंबाहेड़ा सदर व कोतवाली टीम और डीएसटी को साथ लेकर हाईवे पर मांगरोल के पास स्थित फैक्ट्री पर दबिश दी गई।
एडीजी एमएन ने बताया कि फैक्ट्री में बड़ी मशीनरी लगा बड़े पैमाने पर अवैध रूप से नकली गुटखे की पैकिंग की जा रही थी। थाना सदर पुलिस ने मौके पर मिले मैनेजर मोहित यादव पुत्र भटेश्वर सिंह व सुपरवाइजर मोहम्मद साबिर पुत्र मोहम्मद इकबाल निवासी थाना बुद्ध विहार दिल्ली को गिरफ्तार कर काम करने वाले लेबर को डिटेन कर लिया। इस फैक्ट्री में नकली माल बनाकर अन्य स्थानों पर सप्लाई किया जा रहा था। पकड़े गए अभियुक्तों द्वारा थाना कोतवाली निंबाहेड़ा क्षेत्र के रीको इंडस्ट्रीज एरिया में एक बड़ा गोदाम किराए पर ले रखा था।
इस गोदाम से भारी मात्रा में तैयार माल और कच्चा माल मिला जिसे जप्त किया गया। अन्य एजेंसियों को भी सूचित किया गया है, जिनके द्वारा भी विभिन्न पहलुओं से जांच की जाएगी। इस फैक्ट्री को संचालित करने वाले गिरोह के बड़े माफिया दिल्ली के रहने वाले हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गई है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
एडीजी ने बताया कि पुलिस ने मौके से करीब 25 करोड़ का तैयार व माल और मशीने जप्त की है। जिसमें तैयार माल के 540 बोरे कीमत करीब 8 करोड़ 16 लाख 50 हजार रुपये, कच्चे माल की 150 बोरी कीमत करीब 15 करोड़ 75 लाख रुपए, पैकिंग सामग्री भरने के रैपर/बण्डल कीम के 150 कट्टे कीमत 15 लाख, पांच हॉपर मशीन कीमत करीब 50 लाख रुपए तथा अन्य सामग्री कीमत करीब 5 लाख रुपए है।
इस कार्रवाई में हेड कांस्टेबल महावीर सिंह व रमेश चंद्र की विशेष भूमिका रही। टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर राम सिंह ने किया जबकि सुपरविजन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशा राम चौधरी द्वारा किया गया।