Saturday, October 12, 2024

मुफ्त घोषणाओं के नाम पर चलाया जा रहा आंडबर आज समाप्त हो जाएगा, जनता ने प्रदेष में डबल इंजन सरकार बनाने का मन बना लियाः-सीपी जोशी

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जयपुर। चुनाव आयोग द्वारा सोमवार को प्रेसवार्ता करके पांच राज्यों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान किया गया, राजस्थान में एक ही चरण में आगामी 23 नवंबर को मतदान होगा और 03 दिसंबर को मतगणना होगी। आज रात से प्रदेश में आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो जाएगी। इस संबंध में आज भाजपा प्रदेश कार्यालय में भाजपा प्रदेशअध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ और उप नेता प्रतिपक्ष सतीष पूनिया ने प्रेसवार्ता को संबोधित किया।

भाजपा प्रदेशअध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि चुनावों की तारीख तय होने के साथ ही चुनाव की रणभेरी बज चुकी है, हमारे साथ प्रदेश की जनता भी चुनाव का इंतजार कर रही थी। बीते पांच साल के कालखंड को प्रदेश की जनता कभी नहीं भूल सकती क्योंकि जनता ने एक-एक दिन गिनकर निकाला, इस कदर लोग त्रस्त हो गए थे। आदर्श आचार संहिता लगने के बाद आज से मुफ्त घोषणाओं के नाम पर प्रदेष में चलाया जा रहा आंडबर भी समाप्त हो जाएगा। जनता ने राजस्थान में डबल इंजन की सरकार बनाने का पूरा मन बना लिया है। प्रदेश कांग्रेस सरकार ने विजन 2030 के नाम पर जनता से सुझाव मांगे थे जिसके जवाब में जनता ने गहलोत सरकार से कहा कि आप अब आराम कीजीए जनता ने भाजपा को चुनने का मन बना लिया है।

भाजपा प्रदेशअध्यक्ष सीपी जोषी ने कहा कि भाजपा द्वारा प्रदेश में निकाली गई जन आक्रोश यात्रा, नहीं सहेगा राजस्थान अभियान और परिवर्तन संकल्प यात्रा को जनता ने पूरा आषीर्वाद दिया और ये सभी यात्राएं जन-जन की यात्राएं बन गई। पिछले चुनाव में महज 1.5 लाख वोटों के अंतर से हम जनता की सेवा करने से वंचित रह गए थे, लेकिन इस बार जनता कांग्रेस की महाभ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना चुकी है। पूरे पांच साल कांग्रेस सरकार में कुर्सी की लड़ाई चलती रही और प्रदेष की जनता पिसती रही। अब आचार संहिता लगने के बाद खुला मैदान है, इस चुनावी संग्राम में प्रदेश की जनता कांग्रेस को सबक सिखाने के लिए तैयार है।

नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि 23 नवंबर को देव उठेंगे और उसी दिन प्रदेष की जनता मतदान करके इस असुर रूपी सरकार का मान मर्दन करेगी। पिछले 4 महीने में डिजाइन बॉक्स के मालिक नरेश अरोड़ा के निर्देशन में जो 2000 करोड़ की राशि के विज्ञापन जारी हुए, उन विज्ञापनों के माध्यम से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी छवि को महिमा मंडित करने की जो कोषिष की थी वो आज से बंद हो जाएगी। एक तरफ आचार संहिता लग रही थी, दूसरी तरफ सचिवालय में कल रात से ही धड़ाधड़ कई खानों का आवंटन हो रहा था, तो कहीं ट्रांसफर हो रहे थे। हद तो तब हो गई जब संवैधानिक संस्था लोक सेवा आयोग में मुख्यमंत्री गहलोत अपने ओएसडी सहित केसरी सिंह की सिफारिश करते है। स्टाफ सलेक्शन बोर्ड के अंदर डॉ. संजय पोसवाल की सिफारिश करते हैं, मैं समझता हूं कि इस प्रकार का कृत्य इस बात को सिद्ध कर रहा है, कि सरकार के मुखिया ने यह महसूस कर लिया कि उनका जाना बिल्कुल तय है, और जाते-जाते वह अपने विष्वसनीय लोगों को पुरस्कृत करके चले जाएं।

नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि आज पीसीसी के चीफ प्रेस कांफ्रेंस करके संवैधानिक पद पर बैठे उपराष्ट्रपति के राजस्थान दौरे पर सवाल खड़े करते हैं, मैं समझता हूं कि आपने पिछले चार दिनों के अंदर दर्जनों बोर्डों के गठन की बात सुनी होगी। राजस्थान के अंदर जिस प्रकार से जातिगत जनगणना की बात की थी, लेकिन इनकी भावना नहीं थी, ‘‘थोथा चना बाजे घणा’’ की तर्ज पर कांग्रेस अनर्गल घोषणाओं के नाम पर जनता को गुमराह करती रही। हम चुनाव आयोग से मांग करेंगे कि, जनता की गाढ़ी कमाई से 13 इस प्रकार की योजनाएं हैं जिसमें स्मार्टफोन और 7 करोड़ 16 लाख गारंटी कार्ड शामिल हैं इन सभी में मुख्यमंत्री गहलोत की फोटो है। चूंकि प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लग चुकी है, ये सभी फोटो किस प्रकार हटाए जाएं इस बारे में चुनाव आयुक्त को चिंता करनी चाहिए।

नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा की भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के फोटो पर तब आपत्ति दर्ज कराई थी। इन पांच सालों में प्रदेश कांग्रेस सरकार के संरक्षण में अधिकारियों ने लूट खसोट मचा रखी थी, उस लूट खसोट का अब अंत होगा, और हम सचिवालय पर अपनी निगाह बनाए रखेंगे। राजस्थान आर्थिक आपातकाल की ओर बढ़ चुका है, बिना बजटीय प्रावधानो के थोथी योजनाओं का अब अंत होगा। हम फिर से एक ऐसा राजस्थान बनाएंगे जिसमें सुशासन होगा, दहशतगर्दी का अंत होगा, बहनो की इज्जत सुरक्षित होगी, हम सब लोग मिलकर किसानों के साथ जो अन्याय हुआ है उसका प्रतिकार करेंगे। जनता की अदालत में जाएंगे, ऐसा लगता है कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले ही हथियार डाल दिए हैं, पिछले 2 दिनों से अपने चहेतों को पुरस्कृत करने के लिए सचिवालय में रातभर दनादन फाईलें चल रही है, मुख्यमंत्री गहलोत अपने कार्यकाल को अंतिम कार्यकाल मानते है।

उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि लोग उत्सुक थे कि किस समय चुनाव की तारीखों का ऐलान होगा, आज ऐलान हो गया है शुभ दिन देवउठनी ग्यारस को प्रदेश में मतदान होगा, और 3 दिसंबर को मतगणना होगी। राजस्थान में पिछले 20 वर्षों के अंदर आमतौर पर जो चुनाव होता है वह रिवाज के हिसाब से होता है, और वह रिवाज कांग्रेस के खिलाफ है, भाजपा के पक्ष में है। मैं 1992 से राजनीति में हूं प्रदेष में पिछले 5 साल से जो कांग्रेस की निकम्मी, अकर्मण्य और भ्रष्ट सरकार है हमने आज तक ऐसी सरकार नहीं देखी। इस चुनाव में किसानों की कर्ज माफी, जमीनों की नीलामी, उनका अवसाद और उनकी आत्महत्याएं, पेपर लीक और बेरोजगारी जो कि सर्वाधिक है इन सबके प्रति जनता उद्वेलित है। शांतिपूर्ण प्रदेश में 11 लाख मुकदमे, यह सरकार के गृहमंत्री के कामकाज की बानगी है।
उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि प्रदेष पर आर्थिक तौर पर साढ़े 5 लाख करोड़ का कर्जा सरकार के दिवालियापन का सीधा सीधा सबूत है। भ्रष्टाचार की जो पराकाष्ठा है उसमें सचिवालय में मिले नोट और सोने के बिस्किट अपने आप में बड़ा सबूत है। तुष्टिकरण के नाम पर रामनवमी के जूलूस पर प्रतिबन्ध, हिंदी नववर्ष पर निकलने वाली झांकियों पर पथराव
जनता इन मुद्दों पर उद्वेलित है। प्रदेश में और देश में पिछले 9 वर्ष में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जनता के सामान्य मुद्दे, बुनियादी मुद्दे जिसमें जन-धन खातों से लेकर उज्जवला और आयुष्मान भारत जैसी आंकांक्षी योजनाओं ने राजस्थान के लाखो लोगों का जीवन बदला है। राम मंदिर, धारा 370 के लिए जिन लोंगो ने अपना मतदान किया पीएम मोदी की सरकार ने उसे सार्थक किया है। किसान, नौजवान और महिलाओं का गुस्सा इस चुनाव में ईवीएम के माध्यम से मुखर होगा। मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि इस बार भारतीय जनता पार्टी ऐतिहासिक बहुमत की तरफ जा रही है, और कांग्रेस की ऐतिहासिक हार होगी। बीते पांच साल में इस सरकार में बाड़ाबंदी से लेकर इस्तीफों का दौर चला, राजस्थान की गवर्ननेंस पर इसका सीधा असर पड़ा। यह स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रहा है, यदि हम संगठन के तौर पर तुलना करें तो 52 हजार बूथों पर भारतीय जनता पार्टी का मजबूत और सशक्त संगठन विजय का संकल्प ले कर काम कर रहा है।

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